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जानिये, कितनी मात्रा में खायें होली के पकवान, जो शरीर को न करें नुकसान

-केजीएमयू की चीफ डायटीशियन सुनीता सक्‍सेना से खास बातचीत 
सुनीता सक्सेना

स्‍नेहलता

लखनऊ। होली का त्यौहार आते ही मन में पकवानों के स्‍वाद और रंग-बिरंगे चेहरों की कल्‍पना शुरू हो जाती है। पकवान की बात करें तो घरों में इसे बनाने की तैयारियां पहले से शुरू हो जाती है, हालांकि बदलते दौर में ज्‍यादातर लोग पकवान बाजार से ले आते हैं, लेकिन इसमें ध्‍यान देने योग्‍य बात यह है कि पकवान ऐसी दुकान का हो, जहां मिलावट या निम्‍न गुणवत्‍ता वाली चिकनाई का इस्‍तेमाल न किया गया हो।

बरसों पुरानी परंपरा के तहत तरह-तरह के मीठे, नमकीन व्यंजन मेहमानों के सामने परोसे जाते हैं ऐसे में सेहत टाइम्स आपकी सेहत दुरुस्‍त रखने के लिए लाया है कि होली के व्यंजनों के सेवन को लेकर आवश्‍यक जानकारी। अगर आप स्‍वस्‍थ हैं और किसी रोग विशेष से ग्रस्‍त नहीं हैं, या चिकित्‍सक ने आपके भोजन पर कोई पाबंदी नहीं लगायी है तो आपके लिए यह जानकारी महत्‍वपूर्ण है।

आप इन व्‍यंजनों का मजा जरूर लें लेकिन अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए। जैसा कि सभी जानते हैं की एक मनुष्य के लिए 24 घंटे में निश्चित कैलोरी की मात्रा वाला भोजन आवश्यक है, इसका निर्धारण बॉडी मास इंडेक्स यानी बीएमआई से होता है। यह बीएमआई व्यक्ति की हाइट और वेट के अनुसार तय होता है। मान लीजिए किसी व्यक्ति के शरीर को 1800 कैलोरी की आवश्यकता है तो उसे चाहिए की दिन भर में अपने खान-पान को वह इस तरह व्यवस्थित करें कि 24 घंटे में उसकी आवश्‍यकतानुसार कैलोरी वाला भोजन का सेवन वह करे।

जहां तक होली पर पकवानों का सवाल है तो ‘सेहत टाइम्स’ यह यह बता रहा है की होली के पकवानों में कितनी कैलोरी होती है। कैलोरी को देखकर आप अपने दिन भर के खाने का निर्धारण कर सकते हैं। इसे जानने के लिए हमने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की चीफ डाइटिशियन सुनीता सक्सेना से बात की। सुनीता सक्सेना ने बताया कि होली पर अधिकतर घरों में गुजिया दही बड़े, मीठी मठरी, नमकीन मठरी, बेसन के सेव, पापड़ी, रसगुल्ला आदि तरह-तरह के व्यंजन बनते हैं। उन्होंने बताया की कैलोरी कम करने के लिए इन व्यंजनों को अगर बेक कर लिया जाए तो तलने की अपेक्षा इसमें कैलोरी कम हो जाएगी और यह स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक नहीं होती है।

किस पकवान में कितनी कैलोरी होती है इसके बारे में सुनीता सक्सेना ने बताया की खोए की एक गुजिया में 240 कैलोरी होती है जबकि चाशनी में पगी हुई खोए की गुजिया के एक पीस में 450 से 470 कैलोरी होती है, और सूजी की गुजिया के एक पीस में 217 से 220 कैलोरी होती है। इसी प्रकार 30 ग्राम मीठी मठरी में 360 कैलोरी, 30 ग्राम नमकीन मठरी में 280, बेसन के 30 ग्राम सेव में 170 से 200 कैलोरी, 30 ग्राम बेसन के मीठे सेव में 235 कैलोरी, दही बड़ा सादा दो पीस में 220, मेवे वाले दो पीस दही बड़े में 270 कैलोरी होती है। गुलाब जामुन के एक पीस में 225 कैलोरी, छेने के रसगुल्ले के एक पीस में 180 कैलोरी एक प्लेट फ्रूट चाट में 70 से 80 कैलोरी, मटर की चाट 100 ग्राम में 125 से 140 कैलोरी, वेजिटेबल कटलेट दो पीस में 225 कैलोरी तथा दो पीस इडली के साथ हरी धनिया की चटनी में 150 कैलोरी पायी जाती है।

सुनीता सक्‍सेना ने बताया कि अगर पेय पदार्थों की बात करें तो एक गिलास ठंडाई में 180 से 220 कैलोरी, जलजीरा एक गिलास में 10 से 15 कैलोरी, एक कप चाय 70 कैलोरी तथा एक गिलास संतरे के रस में 160 कैलोरी होती है।