-राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख सचिव से मिलकर किया स्वागत, बतायीं समस्याएं
सेहत टाइम्स
लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के प्रमुख सचिव जी पार्थ सारथी से मुलाकात उनका स्वागत कर उनसे अपनी समस्याएं बताईं। प्रमुख सचिव ने आश्वस्त किया कि पैरामेडिकल कर्मियों की मांगों पर वे शासन स्तर से निर्णय के लिए कटिबद्ध हैं।
यह जानकारी देते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सुरेश रावत अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने किया तथा इसमें वी पी मिश्र राष्ट्रीय अध्यक्ष इप्सेफ, अतुल मिश्रा महामंत्री राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उ प्र, उमेश मिश्रा महामंत्री, अजय पाण्डेय कोषाध्यक्ष डी पी ए, राम मनोहर कुशवाहा महामंत्री, राजेश शुक्ला उपाध्यक्ष एक्स रे टेक्नीशियन एसोसिएशन, बी के सिंह महामंत्री प्रयोगशाला सहायक संघ, डी डी त्रिपाठी अध्यक्ष डेंटल हाईजीनिस्ट एसोसिएशन, अनिल चौधरी, महामंत्री प्रोवेंशियल फ़िज़ियोथेरेपिस्ट एसोसिएशन, जी एम सिंह अध्यक्ष ऑप्टोमेट्रिस्ट एसोसिएशन आदि शामिल थे। वीपी मिश्र राष्ट्रीय अध्यक्ष इप्सेफ भी शामिल थे।
अतुल मिश्रा महामंत्री ने प्रमुख सचिव को ज्ञापन देकर अवगत कराया कि वेतन विसंगतिया,कैडर रिव्यू करने सीएचसी पीएचसी केंद्रों पर पैरामेडिकल के पद कार्य व मानक के अनुसार पद सृजित करने ,शेष बचे कुछ पदाधिकारी ,कर्मचारी के गलत स्थानांतरण को निरस्त करने आदि मांगों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
प्रमुख सचिव ने कहा कि परिषद से सम्बद्ध पैरामेडिकल कर्मचारियों की मांगों पर सार्थक निर्णय करने के लिए प्राथमिकता से कार्य प्रारंभ कर दिया है, आशा है कि बहुत जल्द सभी मांगों पर निर्णय हो जाएगा। नए मेडिकल कॉलेजों में कर्मचारियों को कार्य मुक्त करने एवं उनके पदों को समाप्त करने की कार्यवाही पर वह स्वयं उपमुख्यमंत्री एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा से बात करके उक्त कार्यवाही को निरस्त करने का प्रयास करेंगे। कर्मचारियों के प्रति उनकी पूरी सहानुभूति है और बहुत जल्द महानिदेशक एवं संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
उन्होंने कहा कि पैरामेडिकल कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ है उनकी मांगों पर सार्थक निर्णय करने में वे उनके साथ हैं उन्होंने यह भी अपेक्षा की कि अस्पतालों में पर्याप्त सुधार लाने के बारे में भी अपना सुझाव दें।