-पेट में सूजन व दर्द, भूख न लगना, कमजोरी जैसी शिकायतों के साथ पहुंची थी सर्जन के पास
सेहत टाइम्स
लखनऊ। बलरामपुर अस्पताल के सर्जन और डाॅक्टरों की टीम ने फैजाबाद की महिला के पेट से 20 किलो का ट्यूमर निकालने में सफलता पाई है। डाॅक्टरों के मुताबिक महिला अब पूरी तरह से स्वस्थ है। महिला कई अस्पतालों में दिखाने के बाद बलरामपुर अस्पताल पहुंची थी, ट्यूमर निकालने वाले डॉ एसके सक्सेना का कहना है कि अपनी 38 साल की सेवाओं में मैंने कई बार ट्यूमर का ऑपरेशन किया लेकिन पहली बार इतना बड़ा ट्यूमर निकाला है। बलरामपुर के अफसरों ने डॉक्टरों की टीम को बधाई दी है।
फैजाबाद निवासी रामधीरज की 45 वर्षीया पत्नी के पेट में सूजन व दर्द, भूख न लगना, कमजोरी की शिकायत थी। पेट बहुत फूला हुआ था। परिवारीजन बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में 10 सितंबर को पहुंचे। यहां सर्जन डाॅ. एसके सक्सेना ने मरीज देखा। उन्होंने तुरंत ही महिला मरीज को भर्ती कर लिया। जांच की तो पता चला कि बड़ा ट्यूमर था। डाॅ. सक्सेना के मुताबिक महिला को परिवारीजनों ने फैजाबाद, लखनऊ के कई अस्पतालों में दिखाया था, लेकिन वहां से कोई लाभ नहीं मिला।
डाॅ. सक्सेना ने बताया कि महिला को खून की कमी थी। इसलिए खून चढ़वाया गया। कुल चार यूनिट खून च़ढ़ाया गया, उन्होंने बताया कि पूरा प्लान करके मंगलवार 16 सितम्बर को ऑपरेशन किया गया। करीब ढाई घंटे ऑपरेशन चला। सर्जन डाॅ. एसके सक्सेना के अलावा जेआर डाॅ. श्रीनाथ, नर्सिंग ऑफिसर उर्मिला व अंजना समेत पूरी टीम ने ऑपरेशन में कड़ी मेहनत की।
उन्होंने बताया कि ट्यूमर बनने की शुरुआत ओवरी के पास से हुई थी। ढाई घंटे चले ऑपरेशन में कई टुकड़े करके ट्यूमर को बाहर निकाला गया। इतने वजन के ट्यूमर की वजह से महिला के खाने की नली, छोटी व बड़ी आंत, स्टूल का रास्ता, पेशाब की थैली सब दबी हुई थी, सिर्फ नाव के आकार का ट्यूमर दिख रहा था। ऐसे में ऑपरेशन के दौरान सभी अंगों को सुरक्षित करते हुए सावधानी से ट्यूमर निकालने में सफलता पाई गई। इसीलिए सर्जरी में ढाई घंटे का समय लगा। ट्यूमर में ठोस और द्रव्य दोनों अवयव थे। मरीज अभी भर्ती है। पहले से स्वास्थ्य में सुधार है।
बलरामपुर की निदेशक डाॅ. कविता आर्या, सीएमएस डाॅ. हिमांशु चतुर्वेदी, एमएस डाॅ. देवाशीष शुक्ला ने ट्यूमर निकालने वाली टीम को बधाई दी है।


