-सीएए को लेकर दिल्ली के कई इलाकों में आगजनी, पत्थरबाजी, फायरिंग
-पुलिस के साथ ही रैपिड एक्शन फोर्स को भी दंगा प्रभावित क्षेत्रों में लगाया गया
-गृहमंत्री की लगातार अधिकारियों के साथ बैठकें, केजरीवाल ने की अमित शाह से मुलाकात, दिल्लीवासियों से की अपील
नयी दिल्ली/लखनऊ। दिल्ली जल रही है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर सोमवार से दिल्ली में अलग-अलग इलाकों में हुई हिंसा में अबतक एक हेड कॉन्स्टेबल सहित 9 लोगों की मौत हो गई है जबकि 70 के करीब लोग घायल हैं। बताया जाता है कि हेड कॉन्स्टेबल तपते बुखार में अपनी ड्यूटी कर रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई क्षेत्रों में आगजनी, पत्थरबाजी, फायरिंग से स्थितियां बिगड़ रही हैं। स्थितियां बिगड़ने के बीच आज मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की, अमित शाह कल रात से ही कई बार अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं, उन्होंने कहा कि स्थिति को सम्भालने के लिए जितनी फोर्स की जरूरत हो, उसका इस्तेमाल करें। अरविन्द केजरीवाल ने भी लोगों से हिंसा बंद करने की अपील की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हिंसा के बाद पुलिस अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। प्रभावित इलाकों में पैरामिलिट्री फोर्स की 35 कंपनियां तैनात की गई है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस के जवान भी तैनात हैं। साथ ही दिल्ली के दस जगहों पर धारा 144 लगाई गई है। दंगा प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोग परेशान हैं।
आपको बता दें कि यमुनाविहार, मौजपुर में देर रात आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। रात भर दिल्ली पुलिस के आला अधिकारी नार्थ ईस्ट दिल्ली में गश्त करते रहे। हिंसा के दौरान हुए पत्थरबाजी में गोकुलपुरी के एसीपी अनुज कुमार भी घायल हो गए हैं। गोकुलपुरी इलाके में देर रात तक हिंसा हुई। उपद्रवियों ने टायर मार्केट में आग लगा दी।
अग्निशमन विभाग के अनुसार लगभग रात साढ़े आठ बजे भयावह आग लगने के बारे में सूचना मिली। इसके बाद आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 15 गाड़ियां भेजी गई थीं। अधिकारी ने कहा कि कई दुकानों में आग लग गई थी और रात 11:40 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था। इस बीच हिंसा के दौरान पुलिस वाले के सामने फायरिंग करने वाले उपद्रवी शाहरुख को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बता दें कि दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को सीएए का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष हो गया और प्रदर्शनकारियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया। उसके बाद से दूसरे इलाकों में हिंसा फैल गयी।