टीबी के मरीजों की खोज के लिए 10 अक्टूबर से फिर घर-घर चलेगा अभियान

सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। ‘पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम’ जनपद लखनऊ में 10 अक्टूबर से 23 अक्टूबर के बीच घर- घर टीबी के मरीजों की खोज के लिए अभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल द्वारा दी गयी है।
उन्होंने बताया कि सघन क्षयरोग खोज अभियान के दौरान 10 दिन में 530000 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जायेगी। इसके लिए शहरी क्षेत्र के 3 लाख 30 हजार व्यक्तियों तथा ग्रामीण क्षेत्र में 2 लाख व्यक्तियों की स्क्रीनिंग तथा स्क्रीनिंग के दौरान क्षयरोग के लक्षण पाए जाने पर बलगम की जांच व आवश्यक जांचें कराई जाएंगी। अभियान ग्रामीण क्षेत्रों तथा शहरी क्षेत्रों में स्थित टीबी यूनिटों के माध्यम से संचालित की होगी तथा संबंधित टीबी यूनिट के एसटीएस द्वारा इसकी रिपोर्टिंग प्रतिदिन की जाएगी, जिसकी सूचना भारत सरकार की वेब पेज निःक्षय वर्जन-2 पोर्टल पर अपडेट की जाएगी जिसके लिए लखनऊ में 124 आरएनटीसीपी कर्मचारियों को निःक्षय वर्जन-2 का प्रशिक्षण प्रदान किया गया ।
जिला टीबी अधिकारी डॉ बीके सिंह ने बताया कि सक्रिय खोज अभियान के अंतर्गत 53 एसीएफ सुपरवाइजर तथा 265 टीम घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग करेगी, जिसके लिए 795 टीम सदस्यों को राज्य स्तर से प्रशिक्षित 6 सदस्यीय दल डॉ०बी.के.सिंह, दिलशाद हुसैन, रामजी वर्मा, फहीम अहमद, अभय चंद्र मित्रा एवं लोकेश कुमार द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
जनपद लखनऊ में अब तक वर्ष 2019 में 18551 क्षयरोगियों को चिन्हित किया गया है। जो भारत सरकार के द्वारा निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में तेजी से अग्रसर हो रहा है।
भारत सरकार द्वारा निजी क्षेत्र में निर्धारित लक्ष्य को जनपद लखनऊ ने 54% तथा सरकारी क्षेत्र में 111% उपलब्धि अब तक प्राप्त कर चुका है। इसके अंतर्गत उपचार पर रखे गए मरीजों को निःक्षय पोषण योजना का भुगतान किया जा रहा है। निजी क्षेत्रों में उपचार पर रखे गए मरीजों में डीबीटी के माध्यम से निश्चय पोषण योजना के अंतर्गत 22 लाख तथा सरकारी क्षेत्र के क्षयरोगियों को दो करोड़ 59 लाख रुपए का भुगतान किया गया है।
लखनऊ में सक्रिय क्षयरोग खोज अभियान 5 चरण में संचालित किया गया। जिसके अंतर्गत 2593730 व्यक्तियों को स्क्रीनिंग के सापेक्ष 3097141 व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इसके अंतर्गत 11003 लोगों में क्षय रोग के लक्षण पाए गए और जांच के उपरांत 534 क्षयरोगी घोषित हुए जिनको कार्यक्रम के अंतर्गत उपचार पर रखा गया तथा निरंतर उनकी मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
राज्यपाल के नेतृत्व व प्रेरणा से 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों, जिसमें क्षय रोग पाये गये 542 बच्चों को लखनऊ में अब तक व्यक्तिगत रूप से स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी, गैर सरकारी संगठन, आरएनटीसीपी कर्मचारी व अधिकारी, जिला प्रशासन तथा राज्यपाल कार्यालय के उच्च अधिकारियों द्वारा सामाजिक अभिभावक की भूमिका में अपने आप को प्रस्तुत करते हुए उन को गोद लेकर इलाज के दौरान मानसिक व पारिवारिक वातावरण का विकास कर पूर्णरूपेण क्षयरोग मुक्त बनाए जाने के लिए अपने आप को कार्यक्रम के अंतर्गत सक्रिय सहयोग के लिए प्रस्तुत किया।

Sehat Times | सेहत टाइम्स Health news and updates | Sehat Times