Wednesday , October 11 2023

इंतजार खत्म, 90 फीसदी तक सस्ती दवाएं मिलना शुरू

केजीएमयू में अमृत फार्मेसी योजना के तहत जेनेरिक दवाओं के दो केंद्र खोले गये

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये किया उद्घाटन

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्व विद्यालय में मरीजों के लिए अत्यंत कम कीमत में दवाएं और स्टेंट मिलने का इंतजार आज खत्म हो गया। केंद्र सरकार की अमृत फार्मेसी योजना के तहत यहां दो फार्मेसी केंद्र खोले गये हैं। यहां 50 से 90 फीसदी कम दामों में जेनेरिक दवाएं मिलेंगी। ये केंद्र पुरानी ओपीेडी और शताब्दी अस्पताल फेेज-1 में खोले गये हैं। यही नहीं अब 2.5 लाख रुपये की कीमत वाला टाइटेनियम का घुटना अमृत फार्मेसी में सिर्फ 65 हजार रुपये में मिल जायेगा। इन दुकानों के खुलने से अन्य मरीजों के साथ ही इसका सबसे बड़ा लाभ कम आय वाले मरीजों को होगा।

दोनों दुकानों का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया। चिकित्सा विश्वविद्यालय में इस समारोह का आयोजन कलाम सेंटर में किया गया था। इस मौके पर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन तथा अपर मुख्य सचिव डॉ अनिता भटनागर जैन भी उपस्थित थीं।

कैंसर, कार्डियो वैस्कुलर सहित अन्य रोगों से ग्रस्त मरीजों को सस्ती दवाओं का लाभ दिलाने के लिए केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा अमृत फार्मेसी की स्थापना की गयी है। इस परियोजना की शुरुआत वर्ष 2015 में दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल से की गयी थी। फार्मेसी का संचालन भारत सरकार के स्वामित्व वाली एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड के सहयोग से किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अमृत फार्मेसी का यह सरकारी उपक्रमों में पहला प्रयोग होगा।

2.5 लाख रुपये वाला टाइटेनियम घुटना सिर्फ 65 हजार में

अपने सम्बोधन में श्री नड्डा ने कहा कि अमृत फार्मेसी की शृंखला में अब तक कुल 84 फार्मेसियों को विभिन्न चिकित्सालयों में खोला जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस फार्मेसी में हम कैंसर की 164 दवाओं और कार्डियक की 191 दवाओं सहित कुल 5200 दवायें व सर्जिकल आइटम 50 से 90 प्रतिशत कम दरों पर उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस स्टेंट की कीमत एक लाख रुपये थी उसे हम मात्र 12 हजार रुपये में उपलब्ध करा रहे हैं। इसी प्रकार ढाई लाख रुपये में मिलने वाला टाइटेनियम का घुटना भी हम सिर्फ 65 हजार रुपये में उपलब्ध करा रहे हैं।

समारोह में उपस्थित प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने केंद्रीय मंत्री श्री नड्डा से प्रदेश के अन्य चिकित्सालयों में भी यह फार्मेसी खोलने का आग्रह किया, इस पर श्री नड्डा ने कहा कि आप जगह और चिकित्सालय का नाम बताइये हम और फार्मेसी खोल देंगे। अपर मुख्य सचिव डॉ अनीता भटनागर जैन ने कहा कि यह मरीजों के हित के लिए बहुत अच्छा प्रयास है। इससे केंद्र सरकार की नीति के अनुसार मरीजों को सस्ती से सस्ती दवायें मिलेंगी।

इस मौके पर चिकित्सा विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो एमएलबी भट्ट ने कहा कि यह विश्वविद्यालय का ही नहीं पूरे प्रदेश की प्रगतिशील यात्रा का शुभारम्भ है क्योंकि 70 फीसदी मरीजों को अपने इलाज के लिए बजट से ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि यह फार्मेसी अपने नाम के अनुरूप मरीजों को जीवन देना वाली है। समारोह में मंच का दायित्व चिकित्सा विश्वविद्यालय की अमृत फार्मेसी के हेड डॉ. अजय सिंह ने सम्भाला। इस अवसर पर सीएमएस डॉ एसएन संखवार, एमएस डॉ विजय कुमार, रजिस्ट्रार राजेश कुमार राय, अमृत फार्मेसी के योगेन्द्र सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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