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सीएए को लेकर प्रदर्शन में हिंसा,  हेड कॉन्‍स्‍टेबल व एक प्रदर्शनकारी की मौत

गृहमंत्री अमित शाह ने बुलायी दिल्‍ली के शीर्ष अधिकारियों की बैठक

नई दिल्ली/लखनऊ।  नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ दिल्‍ली में दो माह से चल रहे विरोध में आज जमकर हिंसा हो गयी। यहां के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र के मौजपुर इलाके में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच पत्थरबाजी में घायल हुए एक पुलिसकर्मी और एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। मृतक पुलिसकर्मी की पहचान हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के रूप में हुई है। अस्पताल ले जाने के क्रम में एक प्रदर्शनकारी ने दम तोड़ दिया। वहीं, शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल लगभग 10 लोगों का गुरु तेग बहादुर अस्पताल में इलाज चल रहा है। जाफ़राबाद के रहने वाले मोहम्मद सुल्तान नाम के प्रदर्शनकारी की पैर में गोली लगने की वजह से मौत हो गई है। पुलिस अधिकारियों ने बीबीसी को बताया है कि गोली सुल्तान के पैर में लगी थी लेकन ज़्यादा ख़ून बह जाने की वजह से उनकी जान चली गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक बुलाई है।  दूसरी ओर गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने कहा है कि यह दुनिया में भारत की छवि को नीचा दिखाने के लिए किया जा रहा है।

उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और कुछ राजनीतिक दलों से पूछना चाहता हूं कि इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? यह भारत की छवि को खराब करने की साजिश है। मैं इसकी निंदा करता हूं, शांतिपूर्ण विरोध के लिए जाना आपका अधिकार है, लेकिन यह तरीका नहीं है। यह किस तरह का विरोध है? मैं चेतावनी देना चाहता हूं, हिंसा और आगजनी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया है।’

इस बीच स्थिति को देखते हुए उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित 10 इलाकों में धारा-144 लगा दी गई हैं. इन इलाकों में दिल्ली पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है. सीआरपीएफ सूत्रों के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी दिल्ली क्षेत्र सीआरपीएफ की 8 कंपनियां तैनात की गई हैं जिनमें रैपिड एक्शन फोर्स की दो कंपनियां और महिला सुरक्षाकर्मियों की एक कंपनी शामिल है।

खबर है कि गृह मंत्रालय लगातार दिल्ली पुलिस के संपर्क में है और हालात की जानकारी ले रहा है। पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक कंट्रोल रूम में मौजूद हैं और ग्राउंड पर मौजूद अफसरों से लगातार ब्रीफिंग ले रहे हैं। सीपी दिल्ली जल्द ही गृह मंत्रालय के आला अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। प्रारंभिक तौर पर यह जानकारी सामने आ रही है कि जाफराबाद और आसपास के इलाकों में हुई घटना सुनियोजित साजिश है​।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ”आज दिल्ली में हुई हिंसा परेशान करने वाली है और इसकी निंदा की जानी चाहिए. शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता. मैं दिल्ली के नागरिकों से अपील करता हूं कि वे संयम और समझ दिखाएं।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत पर दुख जताया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. केजरीवाल के अलावा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, पंकज गुप्ता, संजय सिंह आदि ने भी ट्वीट कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।

इससे पहले, उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने कम से कम दो घरों में आग लगा दी, जिससे तनाव और बढ़ गया है. इन इलाकों में सोमवार को लगातार दूसरे दिन सीएए समर्थक और विरोधी समूहों के बीच झड़पें हुईं. प्रदर्शनकारियों ने एक-दूसरे पर पथराव किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. पुलिस ने समूहों को शांत कराने के भी प्रयास किए. अधिकारियों के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने इलाके में लगी आग बुझाते समय दमकल की एक गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया।

दिल्ली मेट्रो ने इलाके में तनाव के बीच जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए। गौरतलब है कि जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पिछले 24 घंटों से बंद हैं।

आपको बता दें कि सीएए के खिलाफ बड़ी संख्या में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रविवार को सड़क अवरुद्ध कर दी थी जिसके बाद जाफराबाद में सीएए के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प शुरू हो गई थी। दिल्ली के कई अन्य इलाकों में भी ऐसे ही धरने शुरू हो गए हैं।