-12 पुलिस कर्मी, 16 आशा ज्योति केंद्र के कर्मी व 51 आरएलबी अस्पताल के कर्मी आये थे महिला के सम्पर्क में
-लखनऊ में पुलिस को मिली थी लावारिस हालत में, रिपोर्ट आने के बाद भेजा गया लोकबंधु कोविड हॉस्पिटल
लखनऊ। बीते दिनों आशा ज्योति केन्द्र से पुलिस द्वारा रानी लक्ष्मी बाई संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती कराई गई गर्भवती महिला में दो दिन बाद बुधवार को कोरोना पाजिटिव मिल गया है। जिसके बाद पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया है और आनन-फानन में महिला को लोकबन्धु हॉस्पिटल भेजा गया और अस्पताल की चिकित्सक, स्टाफ एवं अन्य समस्त 51 लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है, साथ ही पूरे अस्पताल को सेनेटाइज कराया गया। क्वारंटाइन किये गये सभी लोगों के सैंपल जांच को भेजे गये हैं। इसके अतिरिक्त आशा ज्योति केंद्र के 16 लोगों और पारा थाना के 12 पुलिस कर्मियों को भी क्वारेंटीन किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 2 मई की रात को पारा पुलिस को एक लावारिस गर्भवती महिला सड़क पर मिली, पूछताछ में सही जबाब न मिलने पर पुलिस उसे लेकर आशा ज्योति केंद्र में पहुंची थी। आशा ज्योति केन्द्र पर मौजूद टीम ने गर्भवती की कोरोना जांच के अभाव में अपने यहां रखने से इनकार किया था, मगर मामले की शिकायत मिलने पर जिला प्रोबेशन अधिकारी ने टीम को फटकार लगाते हुये बिना जांच के ही केंद्र में रखने के निर्देश दिए। महिला आशा केन्द्र पर दो दिन रही, हालत बिगड़ने पर केन्द्र संचालकों ने महिला को पुलिस के साथ इलाज के लिए 4 मई को रानी लक्ष्मी बाई महिला चिकित्सालय में लावारिस बताकर भर्ती करा दिया गया।
अस्पताल में इलाज के दौरान लावारिस गर्भवती का कोरोना नमूना लिया गया, साथ ही एक्सरे, अल्ट्रासाउंड आदि जांचें कराई गईं। बुधवार को गर्भवती की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही अस्पताल प्रशासन समेत समस्त चिकित्सकों एवं कर्मचारियों के होश उड़ गये। सूचना सीएमओ की भेजी गई, इसके बाद गर्भवती को लोकबन्धु अस्पताल भेजा गया और अस्पताल में महिला के संपर्कियों की सूची तैयार की गई, जिसमें चिकित्सिक, स्टाफ नर्स समेत 51 लोगों को सूचीबद्ध किया गया और सभी को सीएमओ के निर्देश पर होम क्वारेंटीन के लिए भेज दिया गया है।
इसके अलावा आशा ज्योति केंद्र, जहां पर महिला दो दिन रुकी थी, के 16 लोगों को वहीं आशा ज्योति केंद्र में ही क्वारंटाइन कर दिया गया है, इसके अतिरिक्त पारा थाने की पुलिस जो महिला को लेकर पहले आशा ज्योति केंद्र तथा बाद में आशा ज्योति केंद्र से अस्पताल भर्ती कराने ले गयी थी, उन 12 पुलिस कर्मियों को क्वारंटाइन किया गया है।
अस्पताल के सीएमएस डॉ एके आर्या ने बताया कि उक्त महिला जिस वार्ड में भर्ती थी, वहां पर अन्य कोई मरीज नही भर्ती थी। इसलिये अन्य वार्डो में प्रभाव नहीं रहा। इसके अलावा उसकी प्रेग्नेंसी, एचआईवी समेत कई जरूरी जांचें और इलाज के दौरान जो कोई भी संपर्क में आया है, सभी को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। इसके अलावा अस्पताल व वार्ड को सैनेटाइज करा दिया गया है। सूत्रों की माने तो महिला कानपुर की बताई जा रही है। मंदबुद्धि के चलते वह लखनऊ के पारा क्षेत्र में पहुंच गई थी, जोकि लावारिस हालत में पुलिस को मिली थी।