-अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के तीसरे दिन वर्कशॉप में माइक्रोस्कोप से दी गयी प्रैक्टिकल ट्रेनिंग
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के साइटोजेनेटिक्स लैब सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च द्वारा आयोजित की जा रही पांच दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस एवं वर्कशॉप के तीसरे दिन आज 9 फरवरी को कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसके तहत प्रतिभागियों को कैंसर निदान के लिए साइटोजेनेटिक्स लैब में किस तरह जांच की जाती है, इस बारे में माइक्रोस्कोप से भी सिखाया गया। वर्कशॉप में साइटोजेनेटिक्स की नई तकनीक के बारे में बताया गया। प्रतिभागियों को गुणसूत्र का मूल्यांकन और माइक्रोएरे Microarray की ट्रेनिंग दी गई।
यह जानकारी देते हुए अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस एवं वर्कशॉप का संचालन कर रहीं सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ नीतू निगम ने बताया कि आज की कार्यशाला में एनाटॉमी, फार्मोकोलॉजी, पैथोलॉजी एवं अन्य विभाग केजीएमयू, मेडिकल कॉलेज से मेडिकल के छात्र, डॉक्टर एवं लखनऊ यूनिवर्सिटी के जूलॉजी विभाग के कुल 40 प्रतिभागी सम्मिलित हुए।
डॉ नीतू ने बताया कि आज के दिन साइटोजेनेटिक्स की नई तकनीक के बारे में बताया गया। प्रतिभागियों को साइटोजेनेटिक्स लैब में गुणसूत्र का मूल्यांकन और माइक्रोएरे की ट्रेनिंग दी गई। इस बारे में इंसाइज प्राइवेट लिमिटेड (निकॉन) की तरफ से मनशेर, अजॉय ने विस्तृत जानकारी दी तथा ललित ने प्रतिभागियों को माइक्रोस्कोप के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। की मदद से सिखाने में मदद की। इस तकनीक का उपयोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के निदान में सहायक है। आज की कार्यशाला में डिपार्टमेंट ऑफ पीडियाट्रिक्स मेडिसन चंडीगढ़ की प्रोफेसर डॉ इनुषा पाणीग्रही और इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन जेनेटिक्स अहमदाबाद की डायरेक्टर डॉ फ्रेनी शेठ भी सम्मिलित रहीं।