-14 से 18 घंटे काम करने वाले रेजीडेंट डॉक्टर पर सर्वाधिक असर
–एसजीपीजीआई की आरडीए ने संस्थान प्रांगण में किया दौड़ का आयोजन
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के प्रांगण में रविवार की सुबह बीमार को स्वस्थ बनाने के लिए 14 से 18 रोजाना सेवायें देने वाले रेजीडेंट डॉक्टरों के स्वास्थ्य की चिंता पर विचार लेकर आयी। स्वास्थ्य सेवा में लगे ये चिकित्सक कब अपने कार्य करने की रूटीन लाइफ के बीच तनावग्रस्त होकर बीमार होने लगे पता ही नहीं चला। यह दिक्कत चूंकि देश में एक स्थान की तो थी नहीं, इसलिए विशेषज्ञों ने इस पर राष्ट्रीय स्तर पर मंथन शुरू किया तो जो रिपोर्ट आयी वह चिंता बढ़ाने वाली थी। इस रिपोर्ट में जहां डॉक्टरों की सेहत खराब होने के कारण बताये गये वहीं इसके हल भी बताये गये, यह हल की ही शुरुआत थी जो एसजीपीजीआई में आज दौड़ की शुरुआत की गयी।
एसजीपीजीआई प्रांगण में रेजीडेंट डॉक्टर एशोसिएशन (आरडीए) ने दौड़ का आयोजन किया जिसकी थीम थी “रन ए माईल, स्प्रेड ए स्माइल” यानी एक मील दौड़िये और मुस्कराहट फैलाइये। इस आयोजन का एक उद्देश्य रेजीडेंट डॉक्टर्स के बीच आपस मे मेलमिलाप संवाद और एकता को बढ़ावा देना भी था। आरडीए के प्रेसिडेंट डॉ आशुतोष परासर और वाईस प्रेसिडेंट डॉ अनिल गंगवार ने कहा कि रेजीडेंट डॉक्टर्स अत्यधिक काम और पढ़ाई के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते हैं, ऐसे आयोजन युवा डॉक्टर्स को अपने स्वयं के स्वास्थ्य को ठीक रखने के साथ आम जन को भी सेहत के प्रति जागरूक करने का संदेश देती है। बड़ी संख्या में युवा डॉक्टर्स ने इस दौड़ ने भाग लिया जो पीजीआई गेट से प्रारंभ हो कर पीजीआई के अंतिम छोर पर समाप्त हुआ। 3 Km तथा 6 Km के दो वगों में आयोजित इस “रन फ़ॉर यूनिटी” दौड़ में रेजीडेंट्स तथा संकाय सदस्यों समेत कुल 300 से अधिक डॉक्टरों ने हिस्सा लिया।
बताया गया कि विगत कुछ समय में राष्ट्रीय स्तर पर किये गए शोध में यह पाया गया है कि 14-18 घंटे मरीजों की सेवा सुश्रुषा में लगे रहने वाले डॉक्टर खास तौर पर रेजीडेंट्स अधिकांशतः तनावग्रस्त रहते हैं, जिसके दुष्परिणाम उनके खुद के बिगड़ते स्वास्थ्य के रूप में सामने आ रहे हैं। ऐसे में किसी तरह नियमित व्यायाम तथा दौड़ के माध्यम से तनाव के स्तर को नियंत्रित रखा जाए, इस पर भी कार्यक्रम में प्रकाश डाला गया । संस्थान के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने हरी झंडी दिखा दौड़ का आगाज़ किया, इस अवसर पर डॉ. कपूर ने कहा कि रेजीडेंट्स के लिए वह पितातुल्य हैं तथा ऐसे में परिवार का मुखिया होने के नाते सभी रेजीडेंट डॉक्टर्स एवं अन्य संकाय सदस्यों को तनावमुक्त रखने के लिए यथासंभव प्रयास संस्थान प्रशासन द्वारा किये जा रहे हैं तथा इसी कड़ी में रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन द्वारा रन फ़ॉर यूनिटी के रूप में की गई ये पहल निश्चित ही तारीफ के काबिल है”।
रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) द्वारा रेस पूरी करने वाले सभी प्रतिभागियों को मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर सभी वरिष्ठ संकाय सदस्य भी मौजूद रहे । कार्यक्रम के अंत में आरडीए अध्यक्ष डॉ. आशुतोष पाराशर द्वारा आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया गया, तथा भरोसा दिलाया कि आगे भी ऐसी सामाजिक गतिविधियों का आयोजन नियमित रूप से आरडीए द्वारा की जाती रहेंगी।
