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डाकिया बाबू अब डाक ही नहीं, टीबी की जांच के लिए नमूने भी पहुंचा रहे

-नगराम सीएचसी से शुरू हुआ टीबी की जांच के लिए नमूनों का ट्रांसपोर्टेशन

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। डाकिया बाबू अब सिर्फ डाक में पत्र ही नहीं लाता है, अब टीबी के रोगियों की जांच के‍ लिए सैंपल भी आधुनिक लैब तक पहुंचाता है। भारत सरकार की गाइड लाइन्‍स के अनुसार यह काम पहली जून से शुरू कर दिया गया है। इसी क्रम में आज गुरुवार को जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ बीके सिंह द्वारा व्यक्तिगत रूप से ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नगराम से डाक विभाग के सहयोग से सैंपल ट्रांसपोर्टेशन शुरू किया गया।

यह जानकारी देते हुए जिली क्षय रोग अधिकारी डॉ बीके सिंह ने बताया कि भारत से टीबी को 2025 तक भारत से मिटाने के लिए केंद्र सरकार नये-नये तरीके से कार्य कर रही है, इसी क्रम में पिछले दिनों यह तय हुआ था कि डाकियों की पहुंच दूरदराज के ग्रामीण इलाकों तक रहती है, साथ ही विभाग के पास पूरा नेटवर्क है, ऐसे में क्‍यों न टीबी के रोगियों की जांच के सैंपल डाक विभाग की मदद से आधुनिक लैब में पहुंचाया जाये1

उन्‍होंने बताया कि अब टीबी की जांच राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण उन्मूलन कार्यक्रम जनपद लखनऊ में 1 जून 2020 से डाकियों के सहयोग से कराई जा रही है। आधुनिक जांच डाक विभाग तथा मुख्‍य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ डॉ नरेंद्र अग्रवाल के साथ हुई संयुक्त बैठक में तय हुआ था कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार क्षय रोगियों की जांच के लिए सैंपल ट्रांसपोर्टेशन डाक विभाग के द्वारा आधुनिक लैब तक किया जाएगा। इसके लिए जनपद में कुल 53 केंद्रों पर कलेक्शन प्वाइंट बनाए गए हैं, जिनके सैंपल निकटतम आधुनिक प्रयोगशाला लैब तक पहुंचाए जाएंगे।