Wednesday , October 11 2023

गलत स्‍थानांतरणों सहित कई मांगों को लेकर फार्मासिस्‍टों ने किया आंदोलन का ऐलान

25 जुलाई को घेरेंगे स्‍वास्‍थ्‍य भवन, उसी दिन तय होगी आगे की रणनीति

लखनऊ। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एशोसियेशन उत्‍तर प्रदेश ने पिछले दिनों हुए गलत स्‍थानांतरणों, उन पर बैठी जांच की रिपोर्ट अब तक न आने तथा जांच रिपोर्ट का इंतजार किये बिना स्‍थानांतरण आदेश के क्रियान्‍वयन पर रोक न लगाने के विरोध में दो-दो हाथ करने का ऐलान कर दिया है। विरोध के पहले चरण में आगामी 25 जुलाई को स्‍वास्‍थ्‍य महानिदेशालय का घेराव व धरना करने की घोषणा की है। इस दिन प्रदेश भर के फार्मासिस्‍ट महानिदेशालय पर जुटेंगे। इसी धरने के दौरान आगे की रणनीति भी तय की जायेगी। इस सम्‍बन्‍ध में अपने विरोध और आंदोलन की जानकारी देते हुए अध्‍यक्ष संदीप बडोला और महामंत्री श्रवण सचान की ओर से महानिदेशक को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है।

गलत स्‍थानांतरण सहित अनेक मुद्दों पर विचार के लिए यहां बलरामपुर स्थित संघ के कार्यालय पर आज पदाधिकारियों की आकस्मिक बैठक हुई। बैठक में अध्यक्ष संदीप बडोला, महामंत्री श्रवण सचान, रवीन्द्र नाथ धर द्विवेदी, अनिल सचान, के एस शर्मा, ज्ञान चतुर्वेदी, कपिल सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में कहा गया कि फार्मेसिस्ट संवर्ग के हुए सैकड़ों अनियमित स्थानांतरण निरस्त/संशोधित करने के लिए संगठन के साथ 29 जून को महानिदेशक के साथ 9 सूत्रीय मांगों पर बनी सहमति पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। संगठन का यह भी कहना था कि इतनी लम्‍बी अवधि बीतने के बाद भी जांच रिपोर्ट न आने के साथ ही जिन स्‍थानांतरणों पर आपत्ति जतायी गयी है और जिनकी जांच की जा रही है, उन स्‍थानांतरणों पर जांच रिपोर्ट आने तक रोक न लगाना अपने आप में आश्‍चर्यजनक है।

पत्र में लिखा गया है कि इसके विपरीत जिन फार्मासिस्‍टों का स्‍वयं के अनुरोध पर स्‍थानांतरण किया गया था, उनका कई जनपदों में कार्यभार नहीं ग्रहण कराया जा रहा है। ऐसे फार्मासिस्‍टों को कार्यभार ग्रहण कराया जाये।

पत्र में महानिदेशक को यह भी अवगत कराया गया है कि 6 एवं 7 जून को काउंसलिंग के पश्‍चात जिन फार्मासिस्‍टों की चयन सूची जारी कर दी गयी थी, उन्‍हें अभी तक नियुक्ति नहीं दी गयी है। उन्‍हें तत्‍काल नियुक्ति दी जानी चाहिये। पत्र में कहा गया है कि महानिदेशक के साथ जिन 9 बिन्‍दुओं पर सहमति बनी थी, उन्‍हें अभी तक पूरा नहीं किया गया है, न ही उसका कोई कार्यवृत्‍त जारी किया गया है।