-संस्थान में धूमधाम के साथ समारोहपूर्वक मनाया गया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस
सेहत टाइम्स
लखनऊ। सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-आईआईटीआर) ने आज 20 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस को बड़े धूम-धाम से मनाया, यह एक ऐसा अवसर है जो भारत की तकनीकी प्रगति तथा विज्ञान में इसके योगदान का सम्मान करता है। इस वर्ष के समारोह का आयोजन “यंत्र – नई प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और त्वरण को आगे बढ़ाने के लिए युगांतर” थीम के तहत आयोजित किया गया था, जो अत्याधुनिक अनुसंधान के माध्यम से नवाचार और प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस मौके पर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और तकनीकी आत्मनिर्भरता की भी सराहना की गई। कार्यक्रम में भारत की उन्नत स्वदेशी रक्षा तकनीकों, जैसे ड्रोन युद्ध, बहुस्तरीय हवाई सुरक्षा और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध की भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया।
इस कार्यक्रम में टेकी एमिगोस और प्रोवेनिनेसेक्स के संस्थापक एवं सीईओ आशुतोष भारद्वाज तथा महिला उद्यमी सेल, भारतीय उद्योग संघ की अध्यक्ष आनंदी अग्रवाल सहित अन्य अतिथियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. आर. पार्थसारथी ने अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और इस पहल के पीछे की पृष्ठभूमि और दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने भारत की तकनीकी प्रगति की सराहना की और देश के ऑपरेशन सिंदूर की सराहना की। समारोह में 100 से अधिक छात्रों की उत्साहपूर्ण प्रतिभागिता देखी गई, जो दिन के विविध और अंतर्दृष्टि सत्रों में सक्रिय रूप से सम्मिलित हुए।
इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण तत्व (TATVA) – वैल्यू एडेड इंटर्नशिप कार्यक्रम के माध्यम से परीक्षण, विश्लेषण और प्रशिक्षण का अनावरण था। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण और कौशल विकास के अवसर प्रदान करना है, जो अकादमिक शिक्षा और उद्योग की मांगों के बीच की खाई को प्रभावी ढंग से भर सके।
इस कार्यक्रम में आशुतोष भारद्वाज द्वारा “पर्यावरण सुरक्षा और व्यावसायिक स्वास्थ्य को सशक्त बनाने के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजीज” विषय पर एक आकर्षक और महत्वपूर्ण व्याख्यान दिया गया। अपने व्याख्यान में उन्होंने पर्यावरण और व्यावसायिक स्वास्थ्य निगरानी में डेटा इंटीग्रिटी, पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने में ब्लॉकचेन की परिवर्तनकारी क्षमता पर प्रकाश डाला।


समारोह के दौरान, सीएसआईआर-आईआईटीआर ने अपने स्वच्छता पखवाड़े का समापन भी किया, जिसमें पखवाड़े के दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत सम्मानित किया गया। स्वच्छता पखवाड़ा के तहत विभिन्न आभियान एवं और उपलब्धियों का संक्षिप्त सारांश भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें स्थिरता और सफाई के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता पर जोर दिया गया।
आनंदी अग्रवाल ने अपने व्याख्यान में प्रौद्योगिकी और नवाचार परिदृश्य में महिला उद्यमियों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उनके शब्दों ने युवाओं को निडरता से अपनी आकांक्षाओं को आगे बढ़ाने और भारतीय उद्यमिता के विकसित होते पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएसआईआर-आईआईटीआर के निदेशक डॉ. भास्कर नारायण ने की, जिन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के महत्व और राष्ट्र निर्माण में अनुसंधान संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए एक प्रेरणादायक संबोधन दिया।
कार्यक्रम का समापन डॉ. के.सी. खुल्बे के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस समारोह में प्रौद्योगिकी, नवाचार, स्थिरता और सशक्तिकरण का अनूठा मिश्रण था – जो वैज्ञानिक रूप से मजबूत और सामाजिक रूप से जिम्मेदार भविष्य के निर्माण के लिए सीएसआईआर-आईआईटीआर की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
