Wednesday , October 11 2023

केजीएमयू से नहीं लौटेगा बिना इलाज कोई मरीज : डॉ. बिपिन पुरी

-जल्‍दी शुरू होगी रोबोटिक सर्जरी व लिवर ट्रांसप्लांट

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। कोरोना काल में, जांच से लेकर इलाज तक सक्रिय रहने वाले केजीएमयू में शीघ्र ही समस्त चिकित्सकीय सुविधाएं सामान्य रुप से बहाल होंगी। केजीएमयू में इलाज के लिए आने वाले किसी भी मरीज को, बिना इलाज के लौटाया नहीं जायेगा। इसके अलावा शीघ्र ही लिवर प्रत्यारोपण व रोबोट सर्जरी की अत्याधुनिक सुविधा शुरु होगी।

यह जानकारी देते हुए कुलपति ले.ज.डॉ. बिपिन पुरी ने कहा, ये निर्देश, ट्रॉमा सेंटर समेत सभी फैकल्टी व चिकित्सकों को दिये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि बीते 11 माह से केजीएमयू कोरोना संक्रमण से निपटने में व्यस्त था, बावजूद संस्थान में किसी प्रकार की सेवाएं प्रभावित जरूर हुईं हैं, मगर बंद नही हुईं।

कुलपति डॉ.पुरी, रविवार को केजीएमयू में 6 माह पूर्व अपनी ज्वॉइनिंग के बाद पहली बार पत्रकारों को संबोधित कर रहें थे। उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को बताते हुए भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। डॉ.पुरी ने बताया कि केजीएमयू में सुपर स्पेशि‍यलिटी के तीन नये विभाग थोरेसिक सर्जरी, पीडियाट्रिक, ऑर्थोपेडिक और मेडिकल ऑन्कोलॉजी को मान्यता मिल चुकी है, इन्हें शीघ्र ही संचालित कर मरीजों को सुविधाएं दी जायेंगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा ठप है, शीघ्र की शुरु करने की पूरी तैयारी हो चुकी है। उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट सुविधा न शुरू करने में नेफ्रोलॉजिस्ट की कमी को उद्धत किया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि दुर्घटना ग्रस्त मरीजों की जीवन बचाने के लिए संस्थान अपने आसपास 10 किमी क्षेत्र में दुर्घटना स्थल पर एंबुलेंस से डॉक्टरों की 10 टीमें भेजने की व्यवस्था करेगा, ताकि शुरुआती 10 से 20 मिनट के अंदर फर्स्‍ट एड मिलने के अभाव में जान गंवाने वालों लोगों में कुछ को तो बचाया जा सके। इसके लिए निजी संस्थाओं से सहयोग की मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत एकेटीयू के साथ समझौता हुआ है और केजीएमयू के चिकित्सक, इंजीनियरों के साथ मिल चिकित्सकीय उपकरण तैयार करायेंगे। इसके अलावा उन्होंने बताया कि देश-विदेश में मौजूद जॉर्जिन्स से, एमबीबीएस छात्रों का वर्चुअल संवाद करायेंगे। इससे छात्रों को लाभ होगा। इस अवसर पर सीएमएस डॉ.एसएन संखवार, डॉ.उमा सिंह, रजिस्ट्रार आशुतोष द्विवेदी, डॉ.अनिल चन्द्रा, डॉ.संदीप तिवारी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।