-जूम मंच पर आयोजित हुआ लखनऊ स्तन कैंसर सपोर्ट ग्रुप समूह का वार्षिक समारोह
-विधायक बाबा गोरखनाथ ने भी कहा, शर्म के चलते बढ़ जाती है बीमारी

सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। अभिनेत्री एवं पूर्व सांसद जयाप्रदा ने स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता रखने के लिए आह्वान किया है कि शर्म-झिझक छोड़कर कर महिलाओं को अपना खयाल स्वयं रखना होगा, अपने लिए समय निकालें, अपनी बात को शेयर करें। उन्होंने कहा कि जैसा कि चिकित्सकों का कहना है कि स्तन कैंसर से बचाव के लिए समय-समय पर स्व परीक्षण करती रहें, साल में एक बार मेमोग्राफी करायें। जयाप्रदा ने कहा कि महिलाओं को यह समझना चाहिये कि अगर आप स्वयं स्वस्थ रहेंगी तभी परिवार की भी देखभाल कर पायेंगी।

जयाप्रदा ने यह बात आज किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इण्डोक्राइन सर्जरी विभाग द्वारा जूम मंच पर आयोजित लखनऊ स्तन कैंसर सपोर्ट ग्रुप समूह की वार्षिक बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए कही। कैंसर जागरूकता माह में मनाया जाने वाला यह वार्षिक कार्यक्रम इस बार कोरोना के चलते वर्चुअली आयोजित किया गया। जयाप्रदा ने कहा कि इस बीमारी के शुरुआत में ही पता चलने पर इलाज भी आसान है, ध्यान न दिये जाने पर एडवांस स्टेज में पहुंचने पर खतरा ज्यादा होगा। जयाप्रदा ने कहा कि अगर निप्पल से स्राव हो रहा हो, रैशेज पड़ गये हों तो अनदेखी न करें, शर्म झिझक छोड़कर घर में बात करें डॉक्टर से सम्पर्क करें। उन्होंने ग्रुप के दो साल पूर्व वॉक के कार्यक्रम को याद करते हुए कहा कि इस कोरोना काल में जब लोग अपने लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं, ऐसे में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन करना सराहनीय है।

कुलपति ने लगातार ऐसे जागरूकता कार्यक्रम के लिए केजीएमयू के इंडोक्राइन विभाग की सराहना की
इससे पूर्व केजीएमयू के कुलपति ले.ज. डॉ बिपिन पुरी ने अपने स्वागत भाषण में जूम प्लेटफॉर्म पर जुड़े लोगों का स्वागत करते हुए नियमित रूप से इस तरह के जागरूकता आयोजन के लिए इंडोक्राइन विभागाध्यक्ष डॉ आनन्द कुमार मिश्र सहित पूरे विभाग के लोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि शुरुआत में ही अगर बीमारी का इलाज हो जाये तो अच्छा रहता है, क्योंकि बीमारी बढ़ने पर दिक्कत ज्यादा होती है।
हास्य कवि शम्भू शिखर ने अपने सम्बोधन में कहा कि मुझे उम्मीद है कि डॉ आनन्द कुमार मिश्र का यह उड़ान कार्यक्रम शहरों के साथ ही गांवों में भी अपनी उड़ान भर रहा होगा और भरेगा। उन्होंने कहा कि लाज-झिझक के चलते महिलाएं इस तरह की परेशानी बताती नहीं हैं, ऐसे में पुरुषों की भी जिम्मेदारी बनती है कि उनकी माता, बहन, पत्नी, प्रेमिका के प्राणों से जुड़े इस मामले पर खुल कर चर्चा करें।
इस जागरूकता कार्यक्रम में शुरुआत से अपना सहयोग करते आ रहे मिल्कीपुर के विधायक बाबा गोरखनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि शर्म की वजह से यह बीमारी बढ़ जाती है, लेकिन लोगों को चाहिये कि इसके प्रति जागरूकता लायें। उन्होंने कहा कि मैं जबसे डॉ आनन्द कुमार मिश्र के सम्पर्क में आया हूं तबसे मैं लोगों को जागरूक करता रहता हूं। विधायक ने इस मौके पर शोर फिल्म का गाना ‘एक प्यार का नगमा है…’ गाकर जिन्दगी के प्रति सकारात्मक रुख रखने का आह्वान भी किया।

संयुक्ता भाटिया ने कैंसर विजेताओं की उनकी हिम्मत के लिए की सराहना
लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि राम की नगरी से आये बाबा गोरखनाथ का लक्ष्मण की नगरी में स्वागत करती हूं, उन्होंने डॉ आनन्द कुमार मिश्र के साथ केजीएमयू की सराहना की कि महापौर होने की हैसियत से लखनऊ की जनता के लिए लखनऊ स्तन कैंसर सपोर्ट ग्रुप समूह बना कर लगातार जागरूकता कार्यक्रम के लिए मैं डॉक्टरों के साथ ही ग्रुप की कैंसर विजेता महिलाओं की भी मैं सराहना करती हूं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को यह समझना होगा कि इस स्तन कैंसर से डरने की जरूरत नहीं है, समय पर इलाज कराने की जरूरत है।

मंजिलें आती रहीं, और मैं कहता रहा, यह मेरी मंजिल नहीं…
केजीएमयू के सर्जरी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो रमाकांत ने डॉ आनन्द कुमार मिश्र की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि वे बहुत बेहतर कार्य कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि लोगों को यह बताने की जरूरत है कि कैंसर का अर्थ मृत्यु नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं इस जागरूकता को बढ़ाने के लिए जरूरत पड़ने पर अपना समय और धन देने तैयार हूं। अपने भाषण में अक्सर शायरी करने वाले प्रो रमाकांत ने इस मौके पर भी उत्साह बढ़ाने वाली लाइनें कहीं, उन्होंने कहा कि मंजिलें आती रहीं और मैं कहता रहा, यह मेरी मंजिल नहीं… यह मेरी मंजिल नहीं…

कैंसर विजेताओं व परिजनों ने साझा किये अनुभव
इस मौके पर अनेक कैंसर विजेता और उनके परिजनों ने अपनी बातें और अनुभव साझा किये कि किस तरह उन्होंने अपनी बीमारी के उपचार के दौरान अपनी मानसिक स्थिति को रखा, कैसे उनको लोगों का, घरवालों का सहयोग मिला। इसमें सम्बोधन करने वाले लोगों में पुष्पा त्रिपाठी, अंजू वर्मा, रजनी श्रीवास्तव, सुरैय्या बानो, बीना, प्रतीक्षा पाण्डेय, शीला मिश्र, सावित्री, अनीता लाल, डॉ आकांक्षा आदि शामिल रहीं। कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण आद्या एवं दिव्या ने कत्थक नृत्य प्रस्तुत करके सबका मन मोह लिया। इसके अलावा तनिष्ठा पुरी के गीत ये हौसला कैसे झुके, ये आरजू कैसे रुके…गाकर जूम पर लोगों की तालियां बटोरीं, ऑकेस्ट्रा ग्रुप ने और विशाल चन्द्रा ने गिटार पर आशायें-आशायें गाकर लोगों में हिम्मत पैदा की।

इंडोक्राइन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ कुलरंजन ने 2016 से विभाग द्वारा डॉ आनन्द के नेतृत्व में दिये जा रहे स्तन कैंसर का विश्वस्तरीय ट्रीटमेंट का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह डॉ आनन्द ने कहा था कि हमें ऐसी व्यवस्था बनानी होगी जिसमें मरीज को हम सबसे ऊपर रखेंगे, उसे इतना कम्फर्ट फील हो, जिससे उसके अंदर सकारात्मक भाव जगें जो कि उपचार में फायदा होने के लिए बहुत जरूरी हैं।

लखनऊ स्तन कैंसर सपोर्ट ग्रुप समूह के गठन के समय से प्रत्येक कार्यक्रम की तैयारियों में डॉ आनन्द कुमार मिश्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भौतिक रूप से भी अपना सहयोग देने, कैंसर पीडि़ताओं को मोटीवेट करने वाली डॉ आनन्द कुमार मिश्र की पत्नी अंजना मिश्रा ने अपने सम्बोधन में ग्रुप के सदस्यों, जिन्होंने ब्रेस्ट कैंसर पर विजय पायी है, को शेर और शेरनियां बताते हुए कहा कि इन लोगों को दूसरे नये मरीजों को बिना डरे, बिना घबराये हिम्मत से उपचार कराने का जो मैसेज दिया है, वह सराहनीय है।
कार्यक्रम के आयोजक और इंडोक्राइन सर्जरी विभाग के मुखिया डॉ आनन्द कुमार मिश्र ने कार्यक्रम में शामिल हुए सभी अतिथियों को धन्यवाद देते हुए बताया कि आज से ग्रुप की वेबसाइट और फेसबुक पेज की लॉन्चिंग हो रही है, उन्होंने लॉन्चिंग का औपचारिक उद्घाटन विधायक बाबा गोरखनाथ से करवाया तथा उनके सहयोग के प्रति आभार जताया। डॉ आनन्द ने कहा कि आज और भी लोगों के कार्यक्रम के वीडियो जो हम समयाभाव के कारण दिखा नहीं पाये हैं, वे सभी मैसेज और वीडियोज फेसबुक पेज पर लोड किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ग्रुप के सदस्यों से बात करके तय किया जायेगा और अगर जरूरत हुई तो नवम्बर की बैठक प्रथम बुधवार को होगी अन्यथा दिसम्बर माह के पहले बुधवार को होगी। जूम प्लेटफॉर्म पर हुए इस कार्यक्रम में संचालक अनुकृति शर्मा ने अपनी एंकरिंग से लोगों को प्रभावित किया।
