-एसजीपीजीआई में केंद्र व राज्य सरकारों की वित्तीय योजनाओं पर आयोजित की गयी संगोष्ठी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चिकित्सा के क्षेत्र में दी जा रही वित्तीय सहायता योजनाओं को गरीब रोगियों के लिए वरदान बताते हुए कहा है कि स्वास्थ्य सहायता योजनाएं देश के हर व्यक्ति के लिए समय की मांग है। ये वित्तीय सहायता योजनाएं पूरे भारत में लाखों नागरिकों के जीवन को ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
प्रो धीमन ने यह उद्गार आज संस्थान के अस्पताल प्रशासन विभाग द्वारा एच.जी. खुराना सभागार, न्यू लाइब्रेरी ऑडिटोरियम कॉम्प्लेक्स में आयोजित एक प्रसार संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये।
यह जानकारी देते हुए विभागाध्यक्ष, अस्पताल प्रशासन डॉ हर्षवर्द्धन ने बताया कि इस एक दिवसीय संगोष्ठी के सत्रों को केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा पेश की जाने वाली असंख्य वित्तीय सहायता योजनाओं के बारे में जागरूकता और समझ पैदा करने के लिए तैयार किया गया था। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सभी संकायों / डॉक्टरों, रेजिडेंट, स्टाफ नर्स और विभिन्न वित्तीय योजनाओं के कर्मचारियों / हितधारकों के लिए सभी केंद्रीय और राज्य सरकार की सहायता प्राप्त वित्तीय योजनाओं के ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग को बढ़ाना था, जो दैनिक आधार पर इन योजनाओं के तहत ऐसे आधिकारिक दायित्वों से निपट रहे हैं। गोष्ठी का आयोजन डॉ. आर. हर्षवर्धन के संरक्षण में अस्पताल प्रशासन विभाग के पीजी छात्रों द्वारा किया गया था।
संगोष्ठी में डॉ. आर. हर्षवर्धन ने स्वागत संदेश और कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए एसजीपीजीआई में चल रही विभिन्न वित्तीय सहायता योजनाओं के बारे में जानकारी दी। डॉ. आर. हर्षवर्धन ने राष्ट्रीय आरोग्य निधि (आरएएन) और स्वास्थ्य मंत्रियों के विवेकाधीन अनुदान (एचएमडीजी) पर एक सिंहावलोकन दिया।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय धीरज ने स्वास्थ्य देखभाल सहायता के लिए आवंटित धन के प्रभावी कार्यान्वयन और उपयोग को सुनिश्चित करने में अस्पताल खातों की भूमिका के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने सरकारी सहायता वाले वित्तीय लेनदेन के पारदर्शी रिकॉर्ड रखने के बारे में जानकारी दी।
डॉ. रविकांत सिंह,नीतू सिंह, मनीषा त्रिपाठी, प्रियंका पाठक और सिद्धांत मिश्रा द्वारा शुरू किए गए वैज्ञानिक सत्र में आयुष्मान भारत- पीएमजेएवाई के तहत टीएमएस पोर्टल पर हाल की प्रगति और अपडेशन पर विचार-विमर्श किया गया। डॉ. इंदुश्री, नोडल अधिकारी, पीडीडीयू आरसीसी, डीओएमई, उत्तर प्रदेश सरकार ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना (पीडीडीयू आरसीसी) की मुख्य विशेषताओं और पात्रता के बारे में बताया। डॉ. वी. के. पालीवाल, एमएस, ने आध्या रोग निधि योजना के बारे में विचार-विमर्श किया जिसके उपरांत संस्थान स्थित अस्पताल के लेखा अधिकारी संजय दुआ ने पीएम राष्ट्रीय राहत कोष / मुख्यमंत्री राहत कोष की जानकारी दी। डॉ. मनोज जैन, आई/सी कामधेनु योजना ने कामधेनु अति निर्माण चिकित्सा सहायता सोसायटी और बीपीएल / अंत्योदय निधि के बारे में जानकारी दी।
इस कार्यक्रम में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर, स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज, शाहजहांपुर और फिरोजाबाद, लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज जैसे राज्य भर के विभिन्न प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने विभिन्न वित्तीय सहायता योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।