-हैदराबाद पुलिस के एनकाउंटर पर सवाल भी उठने लगे
लखनऊ/ हैदराबाद/ नई दिल्ली। तेलंगाना में पिछले दिनों महिला डॉक्टर के साथ हुए सामूहिक बलात्कार एवं बाद में उसकी निर्मम हत्या के चारों आरोपियों को भागते समय हैदराबाद पुलिस द्वारा मारे जाने के बाद अब इस पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। जहां लोग इस खबर से खुश हैं, वहीं पुलिस मुठभेड़ पर सवाल भी उठाये जा रहे हैं। हालांकि जो इस खबर से राहत महसूस कर रहे हैं उनका यह भी कहना है कि कानून में ही कुछ ऐसा हो कि जल्द से जल्द अपराधियों को मौत की सजा मिल जाये।
ज्ञात हो हैदराबाद पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएशन के दौरान आज शुक्रवार को तड़के 3 बजे से 6 बजे के बीच पुलिस के हथियार छीन कर भागने की कोशिश कर रहे रेप और मर्डर के चारों आरोपियों को मार गिराया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस खबर के बाद पीड़िता के पिता ने कहा कि मेरी बेटी की मौत के 10 दिन के अंदर आरोपियों को मार दिया गया, इसके लिए मैं तेलंगाना सरकार, पुलिस और मेरे साथ खड़े हुए सभी लोगों को बधाई देता हूं। मेरी बच्ची की आत्मा को शांति मिल गई। वहीं महिला डॉक्टर के चाचा ने कहा कि उन चारों लोगों को मार गिराया है तो हमें खुशी नहीं है क्योंकि उनके भी मां-बाप हैं, लेकिन आरोपियों ने भागने की कोशिश की होगी इसलिए पुलिस ने एनकाउंटर किया होगा। साथ ही उनका कहना है कि अब आरोपियों को सजा मिल गई है अगर सजा जल्दी-जल्दी मिलने लगे तो दरिंदों के मन में डर बैठेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि इस एनकाउंटर से मेरी बेटी वापस नहीं आएगी लेकिन इससे लोगों तक यह नजीर जरूर पहुंचेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि मैंने सुना है कि ये चारों आरोपी अपने गांव में कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं, ये लोग अपने गांव में बाहर बैठकर छेड़खानी करते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा अनुमान है कि एनकाउंटर के बाद एनकाउंटर करने के कारणों को लेकर पुलिस को मीडिया के साथ ही कोर्ट के सामने कई सवालों के जवाब देने होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनकाउंटर पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन ए आई एम आई एम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अभी पूरे मामले में के बारे में सुना है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार हर मुठभेड़ की जांच की जानी चाहिए। इस मामले में राज्य सरकार बहुत सक्रिय थी। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट की वकील वृंदा ग्रोवर ने हैदराबाद पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस पर मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और पूरे मामले की स्वतंत्र न्यायिक जांच कराई जानी चाहिए। महिला के नाम पर कोई भी पुलिस एनकाउंटर करना गलत है।
मायावती ने कहा, हैदराबाद की पुलिस से सीख ले उत्तर प्रदेश पुलिस
दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है कि एनकाउंटर हमेशा ठीक नहीं होते हैं, इस मामले में पुलिस के दावे के मुताबिक आरोपी बंदूक छीन कर भाग रहे थे, ऐसे में उनका फैसला ठीक है। हमारी मांग थी कि आरोपियों को फांसी की सजा मिले लेकिन कानूनी प्रक्रिया के तहत। हम चाहते थे कि पूरी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। आज लोग खुश हैं लेकिन हमारा संविधान है, कानूनी प्रक्रिया है। इस मामले में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि बलात्कारियों में दहशत पैदा करने के लिए उत्तर प्रदेश की पुलिस को हैदराबाद पुलिस से सीख लेनी चाहिए उन्होंने दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए रवैया बदलने की सलाह दी।