-लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के स्थापना दिवस समारोह के व्याख्यान कार्यक्रम में प्रमुख सचिव ने कहा
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के उपाध्यक्ष व प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने कहा है कि मेडिकल संस्थानों में आईटी विभाग का उपयोग किया जाना चाहिये क्योंकि बदलते समय में आईटी सेक्टर की मदद से चिकित्सा क्षेत्र नयी ऊंचाइयां हासिल कर सकता है। इस ओर हमें ध्यान देना होगा।
आलोक कुमार ने यह बात आज डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के दूसरे स्थापना दिवस पर संस्थान परिसर में आयोजित प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट पद्मश्री डॉ देवी शेट्टी द्वारा प्रस्तुत डिजिटल हेल्थ इमेजिंग हेल्थ केयर फॉर ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी विषय पर एक व्याख्यान समारोह में कही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मरीज का डेटा रखने के लिए प्रदेश में फतेहपुर और बहराइच में पायलट प्रोजेक्ट चलाने की तैयारी की जा रही है। इस योजना के तहत प्रत्येक मरीज को एक यूनीक आईडेंटिटी नम्बर प्राप्त होगा, इस नम्बर को वह जहां भी इलाज करायेगा वहां दिखाने पर उसकी पूरी हिस्ट्री निकल आयेगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आधार में व्यक्ति की सभी जानकारियां रहती हैं जिसके लिए यूनिक आईडी नम्बर जारी किया गया है, इस नम्बर की मदद से व्यक्ति की पूरी जानकारी कहीं भी देखी जा सकती हैं इसी प्रकार यह भी एक प्रकार का हेल्थ आधार होगा जिसमें मरीज के स्वास्थ्य सम्बन्धी सभी जानकारियां होंगी। उन्होंने कहा कि इसका लाभ यह होगा कि मरीज चाहें जहां भी इलाज कराये उसे बार-बार अपनी हिस्ट्री बताने की जरूरत नहीं है, इलाज करने वाला डॉक्टर उस यूनीक आईडी नम्बर से मरीज के स्वास्थ्य की सारी जानकारी ले सकेगा।
इस मौके पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने डिजीटल हेल्थ विषय को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसे लागू करने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि डॉ देवी शेट्टी का आज का व्याख्यान का आयोजन हमें बहुत कुछ सीखने का अवसर दे रहा है। इस मौके पर निदेशक प्रो सोनिया नित्यानंद ने आये हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने संबोधन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का चिकित्सा क्षेत्र एवं उपचार में क्या सक्रिय रोल है, पर प्रकाश डाला। चिकित्सा अधीक्षक व मेडिसिन विभाग के मुखिया डॉ विक्रम सिंह ने संस्थान द्वारा डिजिटल हेल्थ के क्षेत्र में क्या पहल की जा रही है और आने वाले समय में संस्थान कि इस क्षेत्र में क्या योजनाएं हैं पर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रकाश डाला।
इस मौके पर डीन प्रोफेसर नुजहत हुसैन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो राजन भटनागर, समस्त संकाय सदस्य, छात्र गण एवं रेजिडेंट डॉक्टर एवं अधिकारी उपस्थित रहे।