-प्रशिक्षण देने वाले फैकल्टी सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। प्रदेश में नवजात शिशु मृत्युदर को नियंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार पूर्णंतः प्रतिबद्ध है और इसके लिए विभिन्न स्तरों पर योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज के 29 फैकल्टी सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण (टीओटी) का आयोजन लखनऊ में किया गया। उक्त प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ पार्थ सारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा उ0प्र0 शासन द्वारा किया गया। इस अवसर पर पार्थ सारथी सेन शर्मा ने प्रशिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने व स्वास्थ्य सूचकांकों में आशातीत सकारात्मक परिवर्तन के लिए स्वास्थ्य विभाग निरंतर प्रयास कर रहा है। इसी दिशा में आज मेडिकल कॉलेज के फैकल्टी सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। आज प्रशिक्षित किये जा रहे प्रशिक्षकों द्वारा शीघ्र ही प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा इकाइयों के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों के कौशल एवं क्षमता वृद्धि के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। यह प्रयास प्रदेश में नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने की दिशा में नींव का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर महानिदेशक, परिवार कल्याण डॉ0 रतनपाल सिंह सुमन ने कहा कि प्रशिक्षार्थियों से आशा है कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से प्राप्त ज्ञान एवं कौशल से नवजात शिशु देखभाल व उपचार कर रहे विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में तैनात चिकित्सा अधिकारी आम जन को लाभान्वित करेंगे।
इस अवसर पर महाप्रबंधक बाल स्वास्थ्य डॉ0 सूर्यांशू ओझा ने कहा कि प्रदेश की विभिन्न चिकित्सा इकाइयों के 271 चिकित्सा अधिकारियों के 12 सप्ताह अवधि का ब्रिज कोर्स पाठ्यक्रम के आयोजन के लिए प्रदेश के 10 मेडिकल कॉलेज आजमगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर नगर, इटावा, मेरठ, केजीएमयू एवं आरएमएल लखनऊ और एएमयू अलीगढ़ को चिन्हित किया गया है। इस पाठ्यक्रम को तैयार करने में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उप्र, केजीएमयू लखनऊ, परिवार कल्याण महानिदेशालय उप्र, यूपीटीएसयू एवं यूनीसेफ का महत्वूर्ण योगदान रहा है।
इस अवसर पर डॉ माला कुमार, विभागाध्यक्ष-बाल रोग विभाग, केजीएमयू लखनऊ, डॉ रेनू श्रीवास्तव, यूपीटीएसयू लखनऊ एवं सहयोगी संस्था यूनीसेफ से डॉ अमित मेहरोत्रा, डॉ कनुप्रिया सिंघल एवं डॉ आनन्द उपस्थित रहे।