Wednesday , October 11 2023

आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण को पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाना चाहिये

-आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सत्र और कृत्रिम अभ्यास (भूकंप) पर कार्यशाला

-संजय गांधी पीजीआई में आयोजित कार्यशाला में सीएम के दृष्टिकोण की सराहना

सेहत टाइम्‍स

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूपीएसडीएमए) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, उत्तर प्रदेश (एसडीआरएफ, यूपी) के सहयोग से संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के कॉलेज ऑफ नर्सिंग द्वारा आज आपदा प्रबंधन, प्रशिक्षण सत्र और कृत्रिम अभ्यास (भूकंप) पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण पर मुख्‍यमंत्री के दृष्टिकोण की सराहना करते हुए इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने पर भी जोर दिया गया।

लेफ्टिनेंट जनरल रवींद्र प्रताप साही (एवीएसएम), यूपीएसडीएमए, लखनऊ ने छात्रों को उनके जीवन की शुरुआत से ही आपदा प्रबंधन के लिए तैयार करने और प्रशिक्षित करने के लिए मुख्यमंत्री, यूपी के दृष्टिकोण की सराहना की। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इसे पाठ्यक्रम में भी शामिल किया जाना चाहिए। डॉ. राधा के, प्रिंसिपल, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, एसजीपीजीआईएमएस ने आपदा प्रबंधन में नर्सों की भूमिका के महत्व पर जोर दिया।

कार्यक्रम में शबाना खातून, एसोसिएट प्रोफेसर, नर्सिंग कॉलेज, यदिद्या, एसोसिएट प्रोफेसर, नर्सिंग कॉलेज, प्रवीण किशोर, परियोजना समन्वयक (प्रशिक्षण), यूपी, एसडीएमए, आभा वर्मा, ट्यूटर और मातादीन, ट्यूटर कार्यक्रम समन्वयक उपस्थित थे। इनके साथ ही कार्यशाला में लेफ्टिनेंट जनरल रवींद्र प्रताप साही (एवीएसएम), यूपीएसडीएमए, लखनऊ, ब्रिगेडियर पी.के. सिंह (वीएसएम), वरिष्ठ सलाहकार, यूपीएसडीएमए, डॉ. सतीश कुमार, आईपीएस, कमांडेंट, एसडीआरएफ, यूपी, प्रो. एसपी अंबेश, डीन, पी जी आई, लेफ्टिनेंट कर्नल वरुण वाजपेयी (वीएसएम), कार्यकारी रजिस्ट्रार, पी जी आई , प्रो. संजय धीराज, सीएमएस और नोडल अधिकारी, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, और डॉ. राधा के, प्रधानाचार्य , कॉलेज ऑफ नर्सिंग, लखनऊ उपस्थित थे।

ब्रिगेडियर पी.के. सिंह (वीएसएम), सीनियर कंसल्टेंट, यूपीएसडीएमए, ने जोखिम में कमी, भेद्यता को कम करने, शमन, तैयारी, जलवायु न्याय, क्षमता निर्माण और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर बात की। उन्होंने प्रमुख पांच गृह संकटों यानी ग्लोबल वार्मिंग, पिघलते ग्लेशियरों, बढ़ते महासागरों, विस्थापन और संघर्षों पर चर्चा की। उन्होंने  जोखिम कम करने के 10 सूत्री एजेंडे पर भी जोर दिया।

डॉ. सतीश कुमार, आईपीएस, कमांडेंट, एसडीआरएफ, यूपी ने आपदाओं के प्रकार और आपदा सखी और आपदा मित्र जैसे एसडीआरएफ केंद्रों में आयोजित प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से बताया।

भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. प्रभास पांडे ने भूकंप के भूवैज्ञानिक पहलुओं, यूपी के भूकंपीय क्षेत्रों पर चर्चा की और बताया कि चिकित्सा आपात स्थिति से कैसे निपटा जाए।

अभिषेक कुमार राय, नायब कमांडेंट, 11वीं बटालियन राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, वाराणसी, यूपी, ने हाल ही में आए तुर्की-सीरिया भूकंप-2023 के अनुभव को साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे भारत की टीम ने ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्की में प्रभावित लोगों को बचाया।

वीरेंद्र दुबे, इंस्पेक्टर, यूपी स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स ने भूकंप के संबंध में मॉक एक्सरसाइज का प्रदर्शन किया। यह एसडीआरएफ टीम द्वारा कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित किया गया था। कॉलेज ऑफ नर्सिंग के संकाय सदस्यों,  बीएससी के विद्यार्थियों व नॉन टीचिंग स्टाफ ने इस कार्यशाला में  बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।  

यदिद्या, एसोसिएट प्रोफेसर, नर्सिंग कॉलेज द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यशाला में 200 से अधिक लोगों ने भाग लिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.