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देश भर की नर्सों को अपडेट रखने के लिए एसजीपीजीआई ने शुरू किया ऑनलाइन प्रशिक्षण

-इमरजेंसी मेडिसिन विभाग ने शुरू की “NMCN नर्सिंग नॉलेज सीरीज़ – एम्पावरिंग नर्सिंग एक्सीलेंस”

सेहत टाइम्स

लखनऊ। नर्सिंग शिक्षा में नवाचार आवश्यक है। हमें अपने कार्य का ऑडिट जैसे गैर-आलोचनात्मक तरीकों से मूल्यांकन करना चाहिए और साक्ष्य-आधारित कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

यह बात संजय गांधी पीजीआई, लखनऊ के कार्यवाहक निदेशक व डीन प्रो. शालीन कुमार ने आज 14 नवम्बर को संस्थान में देश भर की नर्सों के बीच नवीनतम नर्सिंग प्रथाओं और स्वास्थ्य गुणवत्ता मानकों पर ज्ञान एवं विचारों का आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के उद्देश्य को लेकर “NMCN नर्सिंग नॉलेज सीरीज़ – एम्पावरिंग नर्सिंग एक्सीलेंस”: नर्सों के लिए एक ऑनलाइन लॉन्गिट्यूडिनल ट्रेनिंग प्रोग्राम के प्रारम्भ किये जाने के मौके पर मुख्य वक्तव्य देते हुए व्यक्त किये। ज्ञात हो लॉन्गिट्यूडिनल ट्रेनिंग प्रोग्राम ऐसा कार्यक्रम है जो लंबे समय तक चलता है और जिसमें प्रशिक्षण के एक ही समूह के प्रतिभागियों को बार-बार प्रशिक्षित किया जाता है।

कार्यक्रम टेलीमेडिसिन तकनीक के माध्यम से SGPGIMS की दूसरी मंज़िल से प्रसारित किया गया, जिसमें देशभर से नर्सों ने जुड़कर स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता सुधार पर विचार साझा किए। यह पहल इमरजेंसी विभाग एवं NEXUS, SGPGIMS की नर्सिंग नेतृत्व व सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

कार्यक्रम का उद्घाटन दोपहर एक बजे हुआ, जिसमें प्रारंभिक टिप्पणी डॉ. तनमय घटक, एसोसिएट प्रोफेसर, इमरजेंसी मेडिसिन ने निरंतर शिक्षा और नर्सिंग सशक्तिकरण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नर्सें नवीनतम ज्ञान और कौशल से सुसज्जित हों ताकि वे मरीजों को सर्वोत्तम गुणवत्ता की देखभाल प्रदान कर सकें। यह वेबिनार उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इसके बाद इमरजेंसी मेडिसिन के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. आर. के. सिंह ने अपने सम्बोधन में आये हुए अ​तिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) आर. हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य सेवा में मरीज सुरक्षा और गुणवत्ता के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि SGPGIMS में गुणवत्ता एवं मरीज सुरक्षा संस्कृति को चरणबद्ध तरीके से कैसे विकसित किया गया और इस पहल की सराहना की। कुल 129 व्यक्तिगत प्रतिभागियों के साथ ही कई सरकारी संस्थान भी समूह में ऑनलाइन जुड़े। इन प्रतिभागियों में देशभर के नर्सिंग अधिकारी, नर्सिंग संकाय और छात्र शामिल थे।

कार्यक्रम की सफलता में डॉ. तनमय घटक (प्रोग्राम इंचार्ज), प्रो. आर. के. सिंह (पैट्रन), प्रो. आर. हर्षवर्धन (को-पैट्रन) और जून दत्ता घोष (प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर, SNO, क्वालिटी सेल) का विशेष योगदान रहा।

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