-राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय लखनऊ में भव्य रूप से मनाया गया प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू), लखनऊ परिसर में ‘बुद्धिमतापूर्ण पुलिसिंग : पारंपरिक पुलिसिंग से नवाचारी परिवर्तन की ओर’ विषयक प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन भव्य रूप से संपन्न हुआ। सम्मलेन में नीति निर्माता, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, अकादमिक विशेषज्ञ एवं तकनीकी विशेषज्ञों ने एक मंच पर आकर भारत के भविष्य की ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ के दिशा-निर्देशों, चुनौतियों और संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की।
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री के सलाहकार (सेवानिवृत्त) अवनीश अवस्थी ने प्रदेश की पुलिस व्यवस्था में लाये गए क्रांतिकारी बदलावों का उल्लेख करते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में लागू की गई 11-सूत्रीय कार्ययोजना – जिसमें अपराध पर सख्ती, महिला सुरक्षा, साइबर अपराध नियंत्रण, तकनीकी सशक्तिकरण, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, प्रशिक्षण, कल्याण और त्वरित शिकायत निवारण शामिल है – की सराहना की। मिशन शक्ति जैसी पहलों तथा प्रत्येक जनपद में साइबर थाना स्थापित किए जाने को उन्होंने महिला सुरक्षा में उदाहरणीय बताया।
कुलपति प्रो. (डॉ.) बिमल एन. पटेल ने राज्य सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लखनऊ परिसर प्रदेश में सुरक्षा एवं पुलिसिंग के नवाचार, प्रमाण-आधारित शोध और विशिष्ट प्रशिक्षण के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने पुलिस, जेल प्रशासन, अग्निशमन सेवा, कौशल विकास विभाग तथा अन्य संबद्ध निकायों के साथ मिलकर आधुनिक समस्याओं के समाधान का भरोसा जताया।
पूर्व पुलिस महानिदेशक डॉ. आर.पी. सिंह ने स्मार्ट पुलिसिंग व प्रशासनिक सुधारों पर प्रकाश डाला। मेजर विराट मिश्रा ने सामुदायिक पुलिसिंग मॉडल की विस्तृत व्याख्या की। पूर्व साइबर क्राइम एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह और IIIT लखनऊ के डॉ. दीपक सिंह ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व डिजिटल फॉरेंसिक के नवीनतम प्रयोग साझा किए। पूर्व आईपीएस अधिकारी राजेश पांडे ने पुलिसिंग में विधिक एवं नैतिक पहलुओं को प्रस्तुत किया। तकनीकी सेवाओं के अपर पुलिस महानिदेशक नवीन अरोरा ने यूपी पुलिस के सर्वोत्तम तकनीकी प्रयोगों को रेखांकित किया।
इस मौके पर देशभर से आये विधार्थियों एवं शोधकर्ताओं ने स्मार्ट पुलिसिंग विषयक अपने शोध प्रस्तुत किए, जिससे लखनऊ परिसर ने पुलिसिंग क्षेत्र में वैचारिक नेतृत्व की ठोस उपस्थिति दर्ज की।
सम्मेलन के समापन समारोह को एडीजी आयुष व यूपी सरकार की वरिष्ठ आईएएस चैत्रा वी ने संबोधित करते हुए सभी शोधार्थियों, वक्ताओं और संयोजकों को शुभकामनाएं दीं। साथ ही यूपी पुलिस, प्रांतीय रक्षा दल, ITBP, एवं जेल प्रशासन की सक्रिय भागीदारी की प्रशंसा की। कार्यक्रम की आयोजक समिति का नेतृत्व आरआरयू लखनऊ की निदेशक मंजरी चंद्रा ने किया, उन्होंने उपस्थित जनों एवं सभी संबद्ध संस्थानों का आभार प्रकट किया।


