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केजीएमयू के रिटायर्ड न्यूरोलॉजिस्ट प्रो आरके गर्ग की वैश्विक रैंकिंग में निरंतर प्रगति बरकरार

-2025 में जारी विश्व के 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में भी शामिल, यूपी में नम्बर दो, लखनऊ में सर्वोच्च

सेहत टाइम्स

लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू के न्यूरोलॉजी विभाग के रिटायर्ड प्रोफेसर आरके गर्ग (रविन्द्र कुमार गर्ग) को लगातार सातवें वर्ष विश्व के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की सूची में स्थान बनाए रखने में सफलता हासिल हुई है। यही नहीं डॉ गर्ग ने न सिर्फ 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की कैटेगरी में बने रहने की उपलब्धि हासिल की है बल्कि लगातार रैंकिंग में सुधार हो रहा है। इस वर्ष 2025 की सूची में डॉ गर्ग का कैरियर-लॉन्ग रैंक 27,840 तथा सिंगल ईयर रैंक 29,705 रहा। रैंकिंग में डॉ गर्ग लखनऊ में लगातार नम्बर एक पर बने हुए हैं जबकि उत्तर प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में उनका स्थान दूसरे नम्बर पर है।

इस बारे में डॉ गर्ग ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि मुझे संतुष्टि है कि 2019 से अब 2025 तक की रैंकिंग में लगातार सुधार हो रहा है और यह प्रमाण है कि समय के साथ मेरा वैज्ञानिक योगदान और अधिक मान्यता प्राप्त करता जा रहा है।

डॉ गर्ग के अनुसार यदि पिछले वर्षों की यात्रा पर दृष्टि डालें तो 2019 में कैरियर रैंक 46,717 से शुरू होकर 2025 में 27,840 तक पहुँचना इस बात का प्रतीक है कि मेरी रैंकिंग लगातार बेहतर हुई है, घटी नहीं बल्कि बढ़ती ही गई है। यह प्रगति मेरे शोध कार्य, छात्रों, सहकर्मियों और सहयोगियों के सामूहिक प्रयास का परिणाम है।

ज्ञात हो विश्व के शीर्ष वैज्ञानिकों की पहचान के लिए स्टैनफोर्ड–Elsevier द्वारा प्रतिवर्ष एक सार्वजनिक डेटाबेस प्रकाशित किया जाता है। इसमें उद्धरण (citations), h-index, सह-लेखक समायोजित hm-index, विभिन्न लेखक पदों पर किए गए प्रकाशनों के उद्धरण तथा संयुक्त संकेतक (c-score) सम्मिलित होते हैं। कैरियर-लॉन्ग और हाल के वर्ष के आँकड़े अलग-अलग प्रदर्शित किए जाते हैं। यह रैंकिंग 22 वैज्ञानिक क्षेत्रों और 174 उपक्षेत्रों पर आधारित है तथा केवल उन्हीं वैज्ञानिकों को शामिल किया जाता है जो शीर्ष 2% या 1,00,000 वैज्ञानिकों में स्थान पाते हैं। यह मूल्यांकन Scopus डाटा पर आधारित होता है और शोध प्रभाव को मान्यता देता है।

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