-संजय गांधी पीजीआई में बच्चों में आम गैस्ट्रो-आंत्र और यकृत रोगों पर राष्ट्रीय सम्मेलन प्रारम्भ
-संस्थान के पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के स्थापना दिवस पर किया गया आयोजन

सेहत टाइम्स
लखनऊ। संजय गांधी पी जी आई के पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के संस्थापक और पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार याच्चा ने सभी बच्चों में 6 सप्ताह के शुरुआती टीकाकरण के दौरान स्टूल कलर चार्ट का उपयोग करने की सलाह दी है, ताकि बच्चों में होने वाली यकृत की बीमारियों का जल्द निदान कर सकें, जिससे उपचार के परिणामों में सुधार किया जा सके। संस्थान के पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग द्वारा टेलिमेडिसिन प्रेक्षागृह में 25 मार्च को बच्चों में आम गैस्ट्रो-आंत्र और यकृत रोगों पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। भारत, नेपाल और बांग्लादेश के 100 से अधिक विशेषज्ञों ने सत्रों में भाग लिया। इसका आयोजन विभाग के स्थापना दिवस के मौके पर किया गया है। पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग का औपचारिक उद्घाटन 26 मार्च, 2008 को उत्तर प्रदेश राज्य के तत्कालीन राज्यपाल टी.वी.राजेश्वर द्वारा किया गया था।

प्रो अंशु श्रीवास्तव ने बताया कि भारत में क्षय रोग बहुत सामान्य है। लेकिन यह क्रोहन रोग नामक बीमारी जैसा दिखता है, जो आंतों के तपेदिक के समान व्यवहार करता है। इन दोनों स्थितियों का उपचार पूरी तरह से अलग है। उन्होंने बताया कि पेट के सी टी स्कैन के आधार पर इन दोनों स्थितियों में कैसे अंतर किया जा सकता है।
एसोसिएट प्रोफेसर, पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉ. मोइनक सेन सरमा ने बच्चों में होने वाले यकृत रोग के कारणों के बारे में जानकारी दी, उन्होंने बताया कि बच्चों में यकृत रोग के कारण वयस्कों से भिन्न होते हैं और उनके उपचार के लिए एक अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। डॉ अर्घ्य सामंत, सहायक प्रोफेसर, पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, ने बच्चों में acute pancreatitis के बारे में चर्चा की, जो उचित उपचार न मिलने पर घातक हो सकता है। प्रो लक्ष्मी कांत भारती ने बच्चों में पोषण की भूमिका पर चर्चा की।
 
 

 Sehat Times | सेहत टाइम्स Health news and updates | Sehat Times
Sehat Times | सेहत टाइम्स Health news and updates | Sehat Times
 
 
						
 
						
 
						
 
						
 
						
