-जॉर्जियंस एलुमनाई एसोसिएशन से किया नॉलेज पोर्टल विकसित करने का आह्वान
-अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार में देश-विदेश के जॉर्जियंस ने दिये महत्वपूर्ण सुझाव

सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल डॉ बिपिन पुरी ने जॉर्जियंस एलुमनाई एसोसिएशन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा है कि हमें केजीएमयू की एलुमनाई एसोसिएशन के संपर्क में रहना चाहिए जिससे उनके अनुभवों का लाभ मिल सके उन्होंने इसके लिए एक नॉलेज पोर्टल बनाने का बनाने पर जोर दिया। ज्ञात हो 2 दिन पूर्व 21 दिसंबर को केजीएमयू के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संबोधन में इसका सुझाव दिया था। कुलपति डॉ बिपिन पुरी ने राष्ट्रपति के इस सुझाव पर अमल करते हुए 2 दिन बाद ही इस पर अमल करते हुए यह साबित कर दिया कि हर अच्छे सुझाव को अमल में लाने के लिए वह कितने गंभीर हैं।

कुलपति आज जॉर्जियन एलुमनाई एसोसिएशन केजीएमयू के तत्वावधान में कलाम सेंटर में आयोजित एक ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय वेबिनार को सम्बोधित कर रहे थे। इस सेमिनार का विषय चिकित्सा के क्षेत्र में आने वाली बाधाओं को अपनी दृढ़ता की शक्ति का उपयोग करके दूर करना था।
कुलपति ने कहा कि आज हम सभी को ज्ञान और आचार विचार से जुड़ने की आवश्यकता है। हम वरिष्ठ के अनुभव एवं वर्तमान की आधुनिक कार्यशैली को सम्मिलित कर भविष्य की सुदृढ़ चिकित्सा शिक्षा की योजना बनाएं। वेबिनार में ऑनलाइन भाग लेने वालों में के.जी.एम.यू. के मेडिकल और दंत संकाय के अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट एवं के.जी.एम.यू. के अंतरराष्ट्रीय पूर्व छात्र शामिल थे।

कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. उमा सिंह के स्वागत भाषण के साथ की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ.पी.के. शर्मा , सचिव, जॉर्जियन एलुमिनाई एसोसिएशन ने करते हुए कहा कि जॉर्जियन एलुमिनाई एसोसिएशन के बैनर तले जॉर्जियन के बीच दोस्ती और भाईचारा एक ऐसा बंधन है जो प्रत्येक जॉर्जियन को सफलता की सीढ़ियां चढ़ते देख एक साथ आनंद लेते हैं।

इस अवसर पर यू.एस.ए.के डॉ. नितिन ने विदेश में काम करने के अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा साक्ष्य आधारित दवायें और वित्तीय स्वतंत्रता संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विकसित देशों में स्वास्थ्य सेवा वितरण का आधार है।
डॉ.अनन्य गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि पुरानी बीमारी स्वास्थ्य का बड़ा बोझ है। इसलिए इस क्षेत्र में बदलती प्रौद्योगिकी को अद्यतन किया जाना चाहिए।

एम्स दिल्ली के डॉ. रवि लोहानी ने कहा कि सर्जरी दिन-प्रतिदिन बदल रही है। लोग कम से कम चीरे वाली सर्जरी के ज्ञान के साथ आ रहे हैं, लेकिन उन्हें ठीक से परामर्श दिया जाना चाहिए कि ये सर्जरी प्रत्येक मरीज को नहीं बल्कि चुनिंदा मरीजों को ही दी जा सकती है।
डॉ. शालिजा मिश्रा ने नवोदित छात्रों से कहा कि अपने पाठ्यक्रम को पूरी तरह से संशोधित करने के लिए इंटर्नशिप अवधि का उपयोग करना चाहिए। पोस्ट ग्रेजुएशन की अवधि चुनौतियों से भरी होती है और हमें अपनी असफलताओं को स्वीकार करना चाहिए। वेबिनार का समापन दंत संकाय के अधिष्ठाता डॉ. अनिल चंद्रा के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ। इस बारे में मीडिया प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा इस बार यंग जॉर्जियंस को सम्बोधन के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। एलुमनाई एसोसिएशन का यह प्रयास रहा हैं कि युवा जॉर्जियंस को अंडर ग्रेजुएट से संपर्क करायें। परीक्षा और दिक्कतें समय के साथ बदलती रही हैं। ऐसे में उनके जो इमीडिएट सीनियर्स अपने अनुभवों से बतायेंगे इससे उनकी राह और आसान हो जायेगी।

Sehat Times | सेहत टाइम्स Health news and updates | Sehat Times