-लोहिया संस्थान में लिवर और गैस्ट्रो की कई समस्याओं का उच्चस्तरीय इलाज शुरू

सेहत टाइम्स
लखनऊ। सिर्फ एक साल उम्र और 6 किलो वजन के एकैलेसिया कार्डिया से पीड़ित एक शिशु का लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एंडोस्कोपी द्वारा सफलतापूर्वक इलाज कर उसकी सर्जरी होने से बचा ली गयी है। यह सुविधा अभी देश के कुछ ही अस्पतालों में उपलब्ध है। आरएमएलआईएमएस द्वारा पिछले 1 सप्ताह के भीतर इस तरह का यह दूसरा मामला है। एक अन्य 14 साल के बच्चे का भी इसी प्रकार का इलाज किया गया है।

मीडिया सेल द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए बताया गया है कि एकैलेसिया कार्डिया में जन्म से ही भोजन नली का निचला सिरा ठीक से नहीं बनता है, जिससे बच्चा पेट में खाना निगल नहीं पाता है और जो कुछ भी खाता है उसे उल्टी कर देता है। यह एक दुर्लभ जन्मजात विकार है जो 100,000 बच्चों में से 1 में देखा जाता है। संस्थान में पीडियाट्रिक्स हेपेटोलॉजिस्ट और गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ पीयूष उपाध्याय द्वारा किये गये एंडोस्कोपिक उपचार से इस बच्चे को सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ी और अब उसने मुंह से दूध पीना शुरू कर दिया है।
आरएमएलआईएमएस की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि संस्थान में बच्चों में इस तरह की लिवर और गैस्ट्रो की कई समस्याओं का उच्चस्तरीय इलाज शुरू हो गया है, जो पहले देश के कुछ ही केंद्रों में उपलब्ध था।

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