न गलकर गिरें उंगलियां, न ही जाये आंखों की रौशनी, इसलिए बढ़ाया निःशुल्क सेवा का हाथ
-कुष्ठ रोग का प्रारंभिक अवस्था में ही इलाज करने का बीड़ा उठाया है डॉ विवेक कुमार ने धर्मेन्द्र सक्सेना लखनऊ। यह आवश्यक नहीं है कि समाज सेवा तभी की जा सके जब आपके पास भरपूर समय और पैसा हो, समाज सेवा के लिए अपनी व्यस्ततम दिनचर्या के बीच थोड़े से प्रयास से इसे कैसे किया … Continue reading न गलकर गिरें उंगलियां, न ही जाये आंखों की रौशनी, इसलिए बढ़ाया निःशुल्क सेवा का हाथ
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