Wednesday , October 11 2023

Synergy 2018 में विदयार्थियों के साथ चिकित्‍सकों, शिक्षकों ने भी बहायी स्‍वर लहरी

केजीएमयू के इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस का वार्षिक सांस्‍कृतिक कार्यक्रम आयोजित 

लखनऊ। स्‍ट्रेथोस्‍कोप और चाकू पकड़ने वाले चिकित्‍सकों के हाथों ने जब गाने के लिए आज माइक पकड़ा, तो बह चली स्‍वर लहरी। स्‍थान था अटल बिहारी वाजपेयी साइंटि‍फि‍क कन्‍वेंशन सेंटर का हॉल, मौका था किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस के वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम “Synergy 2018” के आयोजन का। कार्यक्रम में पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं के साथ ही गुरुओं, डीन के साथ ही मुख्‍य अतिथि तथा विशिष्‍ट अतिथियों ने भी गायिकी में अपना जलवा बिखेरा।

 

मंगलवार को आयोजित इस वार्षिक सांस्‍कृतिक कार्यक्रम में इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस के छात्र-छात्राओं ने अपने गायन, नृत्य एवं कला कौशल से समारोह में उपस्थित तमाम लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर भारतीय वेशभूषा प्रतियोगिता, गायन, नृत्य एवं समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस के छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति से सभागार में उपस्थित सभी लोगों का मन मोह लिया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल के निदेशक डॉ डीएस नेगी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ डीवी आमला उपस्थित रहे।

मुख्‍य अतिथि डॉ डीएस नेगी ने पुराने फि‍ल्‍मी गीत ‘किसी की मुस्‍कुराहटों पे हो निसार …’ के शब्‍दों को बदलते हुए गीत के माध्‍यम से संदेश भी दिया उन्‍होंने सुनाया ‘मरीज की मुस्‍कुराहटों पे हो निसार, मरीज का दर्द मिल सके तो ले उधार, मरीज के वास्‍ते हो जिसके दिल में प्‍यार, चिकित्‍सक उसी का नाम है …’ डॉ नेगी ने एक और जगजीत सिंह की गजल ‘झुकी-झुकी सी नजर, बेकरार …’ भी गायी जिस पर पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।

‘कॉफी विद करन’ स्‍टाइल में एक टॉक शो ‘कॉफी विद डीन’ आयोजित किया गया जिसमें डीन प्रो विनोद जैन व उनकी अर्धांगिनी विशिष्‍ट अतिथि शिक्‍ता जैन से टॉक शो की एंकरिंग कर रहे राघवेन्‍द्र शर्मा और वीनू दुबे ने उनकी जिंदगी के बारे में कई बातें जानीं, प्रो जैन ने उसका जवाब भी संगीत के माहौल के हिसाब से देते हुए एक गीत के माध्‍यम से दिया उन्‍होंने कुमार सानू के गाये हुए गीत ‘जब कोई बात बिगड़ जाये, जब कोई मुश्किल पड़ जाये …’ गाया, इस पर जब शिक्‍ता जैन से शो के होस्‍ट ने प्रतिक्रिया पूछी तो उन्‍होंने भी जवाब गाने से ही दिया। उन्‍होंने गाया ‘आ चल के तुझे, मैं लेके चलूँ एक ऐसे गगन के तले…’

 

इससे पहले कार्यक्रम के स्वागत सम्बोधन में इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंसेस के अधिष्ठाता डॉ विनोद जैन ने बताया कि ऐसे कार्यक्रमों को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास तथा इनके अंदर टीम भावना एवं आपसी सहयोग के संवर्धन के लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के आयोजन से छात्र-छात्राओं की छिपी हुई प्रतिभा सामने आती है और उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम की विशेषता यह है कि किसी भी व्यावसायिक कोरियोग्राफर की मदद के बिना इसका आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि डॉ डीएस नेगी ने पैरामेडिकल कर्मियों को चिकित्सक टीम का अभिन्न अंग बताते हुए कहा कि इनके योगदान के बिना चिकित्सालय के विभिन्न कार्य कर पाना असंभव है तथा अपने व्यस्त समय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने से तनाव में कमी आती है। इस दौरान उन्होंने दो गाने गाकर वहां उपस्थित छात्र-छात्राओं का मनोबल भी बढ़ाया।

 

विशिष्ट अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में उपस्थित डॉ डीवी आमला ने कहा कि Synergy का अर्थ ही इसमें भरी हुई ऊर्जा को दर्शाता है। इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई ऊर्जावान प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन प्रत्येक चिकित्सालयों में समय-समय पर किए जाने चाहिए। ऐसा करने से परस्पर सहयोग की भावना विकसित होती है।

 

इस अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह की मुख्य अतिथि अनामिका भट्ट एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्‍ता जैन उपस्थित रहीं। अनामिका भट्ट ने छात्र-छात्राओं द्वारा दिए गए प्रस्तुतिकरण की प्रशंसा करते हुए सभागार में उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं अतिथिगण को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि केजीएमयू के लिए यह गौरव की बात है कि इतने अल्प समय में ही पैरामेडिकल साइंसेस विभाग ने अपना एक विशेष स्थान बना लिया है।

 

इस अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह की विशिष्ट अतिथि शिक्‍ता जैन ने प्रतिभागियों के कौशल की सराहना करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को देखकर ऐसा लगा जैसा कोई मंझा हुआ कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहा हो।

 

कार्यक्रम के अंत में भारतीय वेशभूषा प्रतियोगिता, गायन, नृत्य एवं समूह नृत्य प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा की गई। भारतीय वेशभूषा प्रतियोगिता में शिवानी वर्मा को महिला विजेता के रूप में चुना गया, वहीं पुरुषों की प्रतियोगिता में अरविंद गुप्ता ने बाजी मारी। सोलो डांस प्रतियोगिता में स्वाति गुप्ता ने पुरस्कार अपने नाम किया तो एकल गायन प्रतियोगिता में रवि कुमार को विजेता घोषित किया गया। इसके साथ ही पैट्रियाटिक ग्रुप डांस प्रतियोगिता में जलवा तेरा जलवा गाने पर स्वाति गुप्ता, इंद्रजीत, कृष्णा प्रजापति, अभिषेक, सचिन और शिवानी गुप्ता ने पुरस्कार जीता।

 

इस कार्यक्रम का कुशल संचालन शालिनी गुप्ता ने किया तथा समस्त कोरियोग्राफी पैरामेडिकल साइंसेस विभाग के सीनियर छात्र-छात्राएं बीनू दुबे, मंझरी, राघवेन्द्र एवं रचना द्वारा किया गया।